सारस न्यूज़, अररिया।
नगर थाना क्षेत्र में बाइक चोरी का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस एवं बाइक चोर में तू डाल-डाल, मैं पात-पात मुहावरा चरितार्थ होते हुए सिलसिलेवार से जिला मुख्यालय में बाइक चोरी की घटना में इजाफा हो रहा है। व्यवहार न्यायालय हो या समाहरणालय परिसर, सदर अस्पताल हो या कॉलेज, हरेक जगह से बाइक चोरी की घटना सामने आ रही है। घर के बाहर दरवाजे से भी बाइक की चोरी हो रही है। सीसीटीवी फुटेज में भी बाइक चोर का चेहरा कैद हो जाने के बाद भी पुलिस गिरेबान तक पहुंचने में काफी पीछे चल रही है। लोगों की गाढ़ी कमाई एक पल में लूट जा रही है। बाइक चोरी होने के बाद चोरी की घटना आवेदन तक ही सीमित होते देखा जा रहा है। कभी कबार पुलिस बाइक चोर के गिरेबान तक पहुंचने में कामयाब भी होती है। लेकिन वैसे बाइक चोर न्यायिक हिरासत से बाहर आकर पुनः बाइक चोरी की घटना को अंजाम दे रहे हैं। गत दिनों व्यवहार न्यायालय से एक बाइक की चोरी होने के दौरान सूचना पर पहुंची नगर थाना पुलिस ने बाइक चोर को रंगेहाथ गिरफ्तार तो किया। लेकिन उनके निशानदेही पर बाइक चोर के सरगना तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच पाये हैं। गिरफ्तार बाइक चोर ने बताया था कि बाइक चोर गिरोह के सरगना के कहने पर वह बाइक चोरी कर उसके पास पहुंचाता है। बदले में उसे एक बाइक के 01 हजार से 1500 सौ को आमदनी होती है। फिलहाल गिरफ्तार बाइक चोर न्यायिक हिरासत में है। लेकिन पुलिसिया पूछताछ में उसने यह भी बताया था कि सरगना के गुर्गे न्यायालय से लेकर समाहरणालय और सदर अस्पताल से बाइक की चोरी करते हैं। इसी दौरान गत बुधवार को सदर अस्पताल में मौजूद सिटी स्कैन का कर्मी अपनी अपाची बाइक को अस्पताल परिसर में खड़ी कर सिटी स्कैन कार्यालय चला गया। इसके बाद उसका बाइक चोरी हो गया। इसको लेकर उन्होंने नगर थाना में एक आवेदन दिया है। दिए आवेदन में पीड़ित चित्रगुप्त नगर नवरतन चौक वार्ड संख्या 21 निवासी बीरेंद्र कुमार गुप्ता पिता बिहारी प्रसाद गुप्ता ने बताया है कि गत 10 जुलाई को दोपहर 12:00 बजे उनके एक दोस्त सिकटी के साहिदाबाद वार्ड संख्या 13 निवासी निर्मल कुमार सिंह पिता गौर लाल सिंह द्वारा सदर अस्पताल अररिया के पड़ाव स्थल पर बाइक लगाकर ड्यूटी करने सिटी स्कैन में चला गया था।

इसके बाद उसका दोस्त निर्मल जब ड्यूटी खत्म करके शाम साढ़े 05 बजे बाइक के पास पहुंचा तो बाइक अपने स्थान पर दिखायी नहीं दिया।।घटना घटित के पीड़ित बाइक मालिक के दोस्त ने उसे घटना की सूचना दी। बाइक को दोनों द्वारा मिलकर ढूंढने पर जब बाइक का कहीं अता पता नहीं चला तो घटना की जानकारी अस्पताल प्रबंधक विकाश कुमार को दी गई। अस्पताल में सीसीटीवी फुटेज को जब खंगाला गया तो फुटेज में देखा गया कि एक अनजान युवक चोरी हुई बाइक को ले जा रहा है। पीड़ित बाइक मालिक द्वारा बताया गया कि बाइक के सीट के नीचे बाइक के सभी असली दस्तावेज रखा हुआ है। सीसीटीवी फुटेज में कैद चेहरा आवेदन के साथ संलग्न कर हुई बाइक चोरी की घटना में बाइक BR 38 j 3220 की बरामदगी को लेकर पीड़ित ने नगर थाना में गुहार लगाया है।
