अररिया जिले के प्रखंड संस्थान केंद्र के सभागार में डिटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया प्लान, स्वच्छता शिक्षा कार्यक्रम के तहत प्रखंड के 25 विद्यालयों के 50 शिक्षकों को स्वच्छता शिक्षा आधारित प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिस का लक्ष्य स्वच्छता के प्रति बच्चों में व्यवहार परिवर्तन किया जाना है। इस प्रशिक्षण का विधिवत उद्घाटन डीपीओ एस एस ए राशिद नवाज़ एवम सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी राजेश ठाकुर ने किया। शिक्षकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य स्वच्छता के प्रति बच्चों में व्यवहार परिवर्तन किया जाना है। आप लोगो को अपने -अपने विद्यालय के बच्चों में स्वच्छता प्रति जागरूकता लाने के लिए काम करना है। “डिटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया प्लान” एक कड़ी का काम करता है। हालांकि बाल्यावस्था मे ही बच्चों में सीखने की आदत को बरकरार रखते हैं। संस्था के जिला लीड विकास बाजपेई ने जानकारी दी कि कार्यक्रम का उद्देश्य बाल्यावस्था से ही बच्चों को स्वच्छता के अहमियत को बताते हुए उन्हें स्वच्छ आदतों को अपनाने की जानकारी प्रदान करना है, आदत बनाना तथा दैनिक जीवन में निरंतर व्यवहार में लाना है। बच्चों में बहुत सी बीमारियां स्वच्छता के अभाव के कारण होती है, जिस वजह से कभी-कभी बच्चों की मृत्यु भी हो जाती है। इस कार्यक्रम के सहयोग से बच्चों के 20% तक मृत्यु दर को कम कर सकते हैं। इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है। प्रशिक्षित शिक्षक स्वच्छता शिक्षा अपने अपने विद्यालय में सप्ताह में एक दिन बच्चों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाएंगे। प्रशिक्षण में व्यक्तिगत स्वच्छता, घर की स्वच्छता, विद्यालय की स्वच्छता, बीमारियों से देखभाल एवं आसपास की स्वच्छता की जानकारी विस्तारपूर्वक दी गई। प्रशिक्षण में नरेश कुमार एवम् जीशान आलम ने सहयोग किया। कार्यक्रम के अंत में लेखापल इंद्रजीत सिंह ने सभी शिक्षकों को प्रमाण पत्र वितरित करते हुए शिक्षा कार्यक्रम की रूपरेखा पर शिक्षकों को विस्तार से संबोधित किया और सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
सारस न्यूज, अररिया।
अररिया जिले के प्रखंड संस्थान केंद्र के सभागार में डिटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया प्लान, स्वच्छता शिक्षा कार्यक्रम के तहत प्रखंड के 25 विद्यालयों के 50 शिक्षकों को स्वच्छता शिक्षा आधारित प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिस का लक्ष्य स्वच्छता के प्रति बच्चों में व्यवहार परिवर्तन किया जाना है। इस प्रशिक्षण का विधिवत उद्घाटन डीपीओ एस एस ए राशिद नवाज़ एवम सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी राजेश ठाकुर ने किया। शिक्षकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य स्वच्छता के प्रति बच्चों में व्यवहार परिवर्तन किया जाना है। आप लोगो को अपने -अपने विद्यालय के बच्चों में स्वच्छता प्रति जागरूकता लाने के लिए काम करना है। “डिटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया प्लान” एक कड़ी का काम करता है। हालांकि बाल्यावस्था मे ही बच्चों में सीखने की आदत को बरकरार रखते हैं। संस्था के जिला लीड विकास बाजपेई ने जानकारी दी कि कार्यक्रम का उद्देश्य बाल्यावस्था से ही बच्चों को स्वच्छता के अहमियत को बताते हुए उन्हें स्वच्छ आदतों को अपनाने की जानकारी प्रदान करना है, आदत बनाना तथा दैनिक जीवन में निरंतर व्यवहार में लाना है। बच्चों में बहुत सी बीमारियां स्वच्छता के अभाव के कारण होती है, जिस वजह से कभी-कभी बच्चों की मृत्यु भी हो जाती है। इस कार्यक्रम के सहयोग से बच्चों के 20% तक मृत्यु दर को कम कर सकते हैं। इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है। प्रशिक्षित शिक्षक स्वच्छता शिक्षा अपने अपने विद्यालय में सप्ताह में एक दिन बच्चों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाएंगे। प्रशिक्षण में व्यक्तिगत स्वच्छता, घर की स्वच्छता, विद्यालय की स्वच्छता, बीमारियों से देखभाल एवं आसपास की स्वच्छता की जानकारी विस्तारपूर्वक दी गई। प्रशिक्षण में नरेश कुमार एवम् जीशान आलम ने सहयोग किया। कार्यक्रम के अंत में लेखापल इंद्रजीत सिंह ने सभी शिक्षकों को प्रमाण पत्र वितरित करते हुए शिक्षा कार्यक्रम की रूपरेखा पर शिक्षकों को विस्तार से संबोधित किया और सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
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