गुरुवार को जिला बंदोबस्त पदाधिकारी और अंचलाधिकारी निरंजन कुमार मिश्र ने मानुलहपट्टी सरकार भवन में नव नियोजित विशेष सर्वेक्षण अमीनों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। यह प्रशिक्षण 22 जुलाई से 2 अगस्त तक दो पालियों में चलाया गया, जिसमें अमीनों को सर्वेक्षण का इतिहास, इसका विकास क्रम और विभिन्न तकनीकों की जानकारी दी गई। उन्हें आवश्यक कार्यालय कार्यप्रणाली से भी अवगत कराया गया।
प्रशिक्षण का दायित्व सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, राजस्व पदाधिकारी, कानूनगो और अन्य मास्टर ट्रेनर पर था, जिन्होंने अमीनों को बारीकी से जानकारी प्रदान की। प्रशिक्षण के अंत में फीडबैक प्राप्त करने की व्यवस्था भी की गई। कार्यालय प्रशिक्षण के बाद, सभी प्रशिक्षकों को फील्ड में सर्वे शिविरों में भी प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षुओं के खाने और रहने की व्यवस्था जिला बंदोबस्त कार्यालय द्वारा की गई।
इस अवसर पर, बंदोबस्त पदाधिकारी ने प्रशिक्षुओं को भविष्य की शुभकामनाएं दीं और प्रशिक्षण को गंभीरता से सीखने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण सरकारी सेवा में काम की पहली सीढ़ी है और यदि प्रशिक्षु बारीकियों को ध्यान से सीख लें तो भविष्य में उनके कार्य में आसानी होगी। किसी भी कठिनाई की स्थिति में प्रशिक्षुओं को सीधे संपर्क करने की सलाह दी गई ताकि समस्याओं का तुरंत समाधान किया जा सके।
मनीष कुमार ने प्रशिक्षुओं को अनुशासन और सम्मान जैसे मूल्यों के महत्व के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि इससे न केवल सम्मान प्राप्त होता है, बल्कि आत्म-सुधार में भी मदद मिलती है। सर्वेक्षण कार्य के राजस्व से जुड़े महत्व को भी रेखांकित किया गया।
प्रशिक्षण शिविर में अंचलाधिकारी निरंजन कुमार मिश्र, एएसओ मनीष कुमार, अरविंद कुमार, शमशेर अली, दविश इकबाल, संजीव कुमार, मुकेश कुमार, जितेंद्र कुमार, सुनील कुमार भारती, पप्पू कुमार, मंटू कुमार, रामदयाल साह और अन्य प्रशिक्षु शामिल थे।
सारस न्यूज़, भरगामा।
गुरुवार को जिला बंदोबस्त पदाधिकारी और अंचलाधिकारी निरंजन कुमार मिश्र ने मानुलहपट्टी सरकार भवन में नव नियोजित विशेष सर्वेक्षण अमीनों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। यह प्रशिक्षण 22 जुलाई से 2 अगस्त तक दो पालियों में चलाया गया, जिसमें अमीनों को सर्वेक्षण का इतिहास, इसका विकास क्रम और विभिन्न तकनीकों की जानकारी दी गई। उन्हें आवश्यक कार्यालय कार्यप्रणाली से भी अवगत कराया गया।
प्रशिक्षण का दायित्व सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, राजस्व पदाधिकारी, कानूनगो और अन्य मास्टर ट्रेनर पर था, जिन्होंने अमीनों को बारीकी से जानकारी प्रदान की। प्रशिक्षण के अंत में फीडबैक प्राप्त करने की व्यवस्था भी की गई। कार्यालय प्रशिक्षण के बाद, सभी प्रशिक्षकों को फील्ड में सर्वे शिविरों में भी प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षुओं के खाने और रहने की व्यवस्था जिला बंदोबस्त कार्यालय द्वारा की गई।
इस अवसर पर, बंदोबस्त पदाधिकारी ने प्रशिक्षुओं को भविष्य की शुभकामनाएं दीं और प्रशिक्षण को गंभीरता से सीखने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण सरकारी सेवा में काम की पहली सीढ़ी है और यदि प्रशिक्षु बारीकियों को ध्यान से सीख लें तो भविष्य में उनके कार्य में आसानी होगी। किसी भी कठिनाई की स्थिति में प्रशिक्षुओं को सीधे संपर्क करने की सलाह दी गई ताकि समस्याओं का तुरंत समाधान किया जा सके।
मनीष कुमार ने प्रशिक्षुओं को अनुशासन और सम्मान जैसे मूल्यों के महत्व के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि इससे न केवल सम्मान प्राप्त होता है, बल्कि आत्म-सुधार में भी मदद मिलती है। सर्वेक्षण कार्य के राजस्व से जुड़े महत्व को भी रेखांकित किया गया।
प्रशिक्षण शिविर में अंचलाधिकारी निरंजन कुमार मिश्र, एएसओ मनीष कुमार, अरविंद कुमार, शमशेर अली, दविश इकबाल, संजीव कुमार, मुकेश कुमार, जितेंद्र कुमार, सुनील कुमार भारती, पप्पू कुमार, मंटू कुमार, रामदयाल साह और अन्य प्रशिक्षु शामिल थे।
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