• Fri. Oct 3rd, 2025

Saaras News - सारस न्यूज़ - चुन - चुन के हर खबर, ताकि आप न रहें बेखबर

जोकीहाट में कथित चोर के साथ पुलिस की बर्बरता का वीडियो वायरल, मानवाधिकारों पर उठे सवाल।

सारस न्यूज़, अररिया।

अररिया: जोकीहाट थाना क्षेत्र में एक कथित बाइक चोर की गिरफ्तारी के दौरान पुलिस द्वारा किए गए कथित दुर्व्यवहार का वीडियो रविवार को सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। यह घटना शनिवार शाम की बताई जा रही है, जिसमें पुलिसकर्मियों द्वारा आरोपी के साथ की गई कार्रवाई को लेकर मानवाधिकारों के उल्लंघन की बहस छिड़ गई है।

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि दारोगा अरविंद यादव कथित आरोपी को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं कुछ अन्य पुलिसकर्मी भी मौजूद हैं। इस दौरान आरोपी गिरफ्त से खुद को छुड़ाने का प्रयास करता दिख रहा है। वीडियो में एक क्षण ऐसा भी है, जब दारोगा उसके बाल पकड़कर, गालियां देते हुए लात-घूंसे बरसाते हैं, जिसे सोशल मीडिया यूजर्स ने ‘अमानवीय कृत्य’ बताया है।

आरोपी को एक समय सड़क पर गिराकर घसीटने की भी कोशिश की जा रही है, और वीडियो के अंत में लाल टी-शर्ट पहने युवक यह कहते सुना जा सकता है, “छोड़िए, हम चलते हैं।” यह पूरा घटनाक्रम किसी राहगीर द्वारा मोबाइल से रिकॉर्ड किया गया, जो अब सोशल मीडिया पर खूब साझा किया जा रहा है।


सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं

घटना के वीडियो सामने आने के बाद कई लोगों ने एसपी अंजनी कुमार को टैग करते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी है। एक यूजर ने लिखा, “कोई व्यक्ति अपराधी हो सकता है, लेकिन कानून हाथ में लेना पुलिस को शोभा नहीं देता। यह व्यवहार मानवाधिकारों का उल्लंघन है।”

दूसरे यूजर ने लिखा, “पुलिस ने जिस तरह आरोपी को पीटा, वह किसी आतंकवादी की तरह बर्ताव करने जैसा है।


पुलिस की सफाई

इस मामले पर थानाध्यक्ष राजीव कुमार झा ने कहा कि वीडियो में दिख रहे दारोगा अरविंद यादव और अन्य पुलिसकर्मी बाइक चोरी में संलिप्त एक आरोपी को सीसीटीवी फुटेज और वादी की पहचान के आधार पर हिरासत में लेने गए थे। गिरफ्तारी के समय आरोपी ने बल प्रयोग किया, जिसके चलते यह स्थिति उत्पन्न हुई। पूछताछ के बाद आरोपी को छोड़ दिया गया है और मामले की जांच अभी जारी है।


एसपी ने दिए जांच के आदेश

एसपी अंजनी कुमार ने वायरल वीडियो को लेकर कहा, “मामला मेरे संज्ञान में आया है। वीडियो की जांच कराई जाएगी और यदि कोई पुलिसकर्मी दोषी पाया गया तो उस पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।”

यह घटना एक बार फिर पुलिस की कार्यशैली और मानवाधिकारों के बीच संतुलन बनाए रखने की जरूरत को रेखांकित करती है।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *