प्रखंड के प्लस टू उच्च विद्यालय सिमरबनी में सोमवार को उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब ग्रामीणों ने एक शिक्षक पर छात्रा से अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया। घटना के बाद गुस्साए परिजन और ग्रामीण बड़ी संख्या में विद्यालय पहुंचे और जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
जानकारी के अनुसार, करीब एक सप्ताह पहले विद्यालय के सहायक शिक्षक ने नवमी कक्षा की एक छात्रा के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इस घटना की शिकायत छात्रा ने अपने अभिभावकों से की। शिकायत के बाद जब मामला प्रधानाध्यापक के संज्ञान में पहुंचा तो शिक्षक ने माफी मांगकर विवाद को शांत करने की कोशिश की।
लेकिन आरोप है कि इसके बाद भी शिक्षक ने विद्यालय बंद होने के उपरांत छात्रा पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए दोबारा अभद्र टिप्पणी की। इससे आक्रोशित होकर छात्रा के परिजन और ग्रामीण बड़ी संख्या में विद्यालय पहुंचे और जमकर हंगामा किया।
घटना की जानकारी पंचायत प्रतिनिधियों और समाजसेवियों को भी दी गई। स्थानीय लोगों ने हस्तक्षेप कर किसी तरह स्थिति को शांत कराया। ग्रामीणों का कहना है कि उक्त शिक्षक का पहले से भी विवादों में नाम जुड़ा रहा है और अब विद्यालय प्रशासन को इस मामले में ठोस कार्रवाई करनी चाहिए।
ग्रामीणों की मांग है कि आरोपी शिक्षक के खिलाफ उचित कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
सारस न्यूज़, अररिया।
प्रखंड के प्लस टू उच्च विद्यालय सिमरबनी में सोमवार को उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब ग्रामीणों ने एक शिक्षक पर छात्रा से अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया। घटना के बाद गुस्साए परिजन और ग्रामीण बड़ी संख्या में विद्यालय पहुंचे और जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
जानकारी के अनुसार, करीब एक सप्ताह पहले विद्यालय के सहायक शिक्षक ने नवमी कक्षा की एक छात्रा के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इस घटना की शिकायत छात्रा ने अपने अभिभावकों से की। शिकायत के बाद जब मामला प्रधानाध्यापक के संज्ञान में पहुंचा तो शिक्षक ने माफी मांगकर विवाद को शांत करने की कोशिश की।
लेकिन आरोप है कि इसके बाद भी शिक्षक ने विद्यालय बंद होने के उपरांत छात्रा पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए दोबारा अभद्र टिप्पणी की। इससे आक्रोशित होकर छात्रा के परिजन और ग्रामीण बड़ी संख्या में विद्यालय पहुंचे और जमकर हंगामा किया।
घटना की जानकारी पंचायत प्रतिनिधियों और समाजसेवियों को भी दी गई। स्थानीय लोगों ने हस्तक्षेप कर किसी तरह स्थिति को शांत कराया। ग्रामीणों का कहना है कि उक्त शिक्षक का पहले से भी विवादों में नाम जुड़ा रहा है और अब विद्यालय प्रशासन को इस मामले में ठोस कार्रवाई करनी चाहिए।
ग्रामीणों की मांग है कि आरोपी शिक्षक के खिलाफ उचित कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
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