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अंतरराष्ट्रीय खेल स्‍पर्धाओं में भाग लेने की तैयारी कर रहे खिलाड़ियों को देश-विदेश में उनके प्रशिक्षण और प्रतिस्पर्धी एक्सपोजर के लिए निरंतर सहायता दी जाती है: अनुराग ठाकुर

सारस न्यूज, वेब डेस्क।


वर्तमान में 7998 प्रतिभावान खिलाड़ियों (4969 बालकों एवं 3029 बालिकाओं) को 34 खेल विधाओं में आवासीय एवं गैर आवासीय आधार पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है

अंतर्राष्ट्रीय खेल स्‍पर्धाओं में भाग लेने की तैयारी कर रहे खिलाड़ियों को राष्ट्रीय खेल संघों (एनएसएफ) की सहायता योजना के तहत वित्तपोषित प्रशिक्षण और प्रतिस्‍पर्धाओं के वार्षिक कैलेंडर (एसीटीसी) के माध्यम से देश-विदेश में उनके प्रशिक्षण और प्रतिस्पर्धी एक्सपोजर के लिए निरंतर सहायता प्रदान की जाती है। इसके अलावा ओलंपिक, एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों जैसे मेगा खेल आयोजनों में पदक की संभावनाओं वाले एथलीटों के विशिष्‍ट या अनुकूलित प्रशिक्षण की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए वर्ष 2014 से ही टारगेट ओलंपिक पोडियम योजना (टॉप्स) लागू की जा रही है, ताकि उन्हें इन अंतरराष्ट्रीय खेल स्‍पर्धाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में मदद मिल सके। वर्तमान में 98 व्यक्तिगत एथलीट और 2 हॉकी टीम (पुरुष और महिला) ‘टॉप्स कोर ग्रुप’ में शामिल हैं। टॉप्स डेवलपमेंट ग्रुप के तहत 165 विशिष्ट खेल प्रतिभाओं की प्रतिभा की पहचान करने का काम पूरा हो गया है।

सरकार ने खेलों में व्यापक भागीदारी और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के दोहरे उद्देश्यों के साथ ‘खेलो इंडिया कार्यक्रम’ शुरू किया है। इस योजना के तहत खेलों को बढ़ावा देने और देश भर में स्टेडियम, खेल के मैदान, ट्रैक और खेल प्रशिक्षण सहित खेल और बुनियादी सुविधाओं के स्तर में सुधार के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। इस योजना के तहत खेलों को बढ़ावा देने और देश भर में स्टेडियम, खेल के मैदान, ट्रैक एवं खेल प्रशिक्षण सहित खेल और बुनियादी ढांचागत सुविधाओं का स्तर बेहतर करने के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। वर्तमान में ‘खेलो इंडिया योजना’ के तहत 2759 एथलीटों को प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता के लिए शामिल किया गया है।

भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) विभिन्न आयु समूहों में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की पहचान करने और राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्हें उत्कृष्टता प्राप्त करने में सक्षम करने के लिए देश भर में निम्नलिखित खेल प्रोत्साहन योजनाओं को भी लागू कर रहा है:

  1. राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (एनसीओई)
  2. साई प्रशिक्षण केंद्र (एसटीसी)
  3. एसटीसी का विस्तार केंद्र
  4. राष्ट्रीय खेल प्रतिभा प्रतियोगिता (एनएसटीसी)

साई की उपर्युक्त खेल प्रोत्साहन योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए एनसीओई, एसटीसी, विस्तार केंद्र, इत्‍यादि सहित कुल 188 केंद्र कार्यरत हैं। वर्तमान में 7998 प्रतिभावान खिलाड़ियों (4969 बालकों एवं 3029 बालिकाओं) को 34 खेल विधाओं में आवासीय एवं गैर आवासीय आधार पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

चयनित एथलीटों को अनुमोदित योजना मानदंडों के अनुसार विशेषज्ञ कोच, खेल उपकरण, बोर्डिंग और लॉजिंग, स्पोर्ट्स किट, प्रतिस्पर्धी एक्‍सपोजर, शैक्षणिक व्यय, चिकित्सा/बीमा और वजीफे के रूप में सहायता प्रदान की जाती है।

युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज लोकसभा में यह उत्‍तर दिया।

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