कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि मोहम्मद सिराज की लंबे समय तक प्रशंसा की जाएगी। उन्होंने कहा कि भारतीय तेज़ गेंदबाज़ काफ़ी वक़्त से बहुत कड़ी मेहनत कर रहे हैं। फ़ाइनल मुक़ाबले में जब श्रीलंका ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया तो बादल छाए रहने की स्थिति को देखते हुए क्रिकेट के कई जानकारों ने आश्चर्य जताया। टॉस के बाद बारिश आ गई, जिससे खेल क़रीब 40 मिनट देर से शुरू हुआ। बारिश बहुत तो नहीं हुई लेकिन भारतीय टीम के गेंदबाज़ों को अपना पैनापन दिखाने के लिए सही माहौल मिल चुका था। गेंदबाज़ी की कमान जसप्रीत बुमराह ने संभाली, उनकी गेंदें हवा में लहराते हुए टप्पा खाने के बाद दोनों तरफ़ स्विंग हो रही थीं। पहले ही ओवर में बुमराह ने कुशाल परेरा को विकेट के पीछे कैच आउट करा दिया।
गोल्डन ओवर खेला मोहम्मद सिराज ने
मैच का दूसरा ओवर सिराज डालने आए। इसी ओवर में उन्होंने आगे का ट्रेलर दिखा दिया। कुसाल मेंडिस सामने थे और सिराज उन्हें अपनी फुलर, लेंथ गेंद और एंगल्ड गेंदों से ऑफ़ स्टंप्स के बाहर बीट करते रहे तो रोहित शर्मा ने तीसरा स्लिप भी लगा दिया। मैच का चौथा और सिराज का दूसरा ओवर वनडे क्रिकेट में अविस्मरणीय बन गया। पहली गेंद पर सिराज ने प्रथुम निस्सांका को जडेजा के हाथ कैच आउट कराया। जडेजा ने पॉइंट पर डाइव लगा कर बेहतरीन कैच लिया, तो तीसरी गेंद सदीरा समरविक्रम की पैड पर जा लगी और वे एलबीडब्ल्यू करार दिए गए।
अगली गेंद पर ही सिराज ने चरित असालांका को कवर पर खड़े ईशान किशन के हाथों कैच आउट कराया। सिराज हैट्रिक पर थे लेकिन धनंजय डी सिल्वा ने अगली गेंद मिड ऑन से बाउंड्री लाइन के बाहर पहुंचा दी। अगली ही गेंद पर धनंजय को सिराज ने अपनी गुड लेंथ गेंद से चौंका दिया। धनंजय गेंद को अपने शरीर से दूर खेलना चाहते थे लेकिन वो बल्ले का बाहरी किनारा लेते हुए विकेटकीपर केएल राहुल के हाथों में चली गई। इस ओवर में सिराज ने चार विकेट लिए और आधी श्रीलंकाई टीम केवल 12 के स्कोर पर पविलियन लौट गई। इसके बाद सिराज ने अपना पांचवां और छठा विकेट लिया तो श्रीलंका के बाक़ी तीन विकेट हार्दिक पंड्या ने झटक लिए।
फाइनल का हाल
छह बार चैंपियन रही यह टीम महज 15.2 ओवरों में 50 रन बना कर ऑल आउट हो गई। श्रीलंकाई विकेटकीपर बल्लेबाज़ कुसल मेंडिस ने इस मैच में टीम के लिए एक तिहाई रन बनाए। उन्होंने सर्वाधिक 17 रनों की पारी खेली। वहीं दुशान हेमंता ने भी 13 रन का योगदान दिया।इसके अलावा कोई भी श्रीलंकाई बल्लेबाज़ दहाई का आँकड़ा पार नहीं किया। पांच बल्लेबाज़ अपना खाता तक नहीं खोल सके। भारत की ओर से मैच का पहला विकेट जसप्रीत बुमराह ने लिया। मोहम्मद सिराज ने सात ओवर में 21 रन देकर छह विकेट लिए तो हार्दिक पंड्या ने 2.2 ओवर में तीन रन देकर तीन विकेट लिए। 51 रनों के लक्ष्य के सामने भारत की ओर से शुभमन गिल के साथ ईशान किशन ने ओपनिंग का मोर्चा संभाला। नियमित ओपनर कप्तान रोहित शर्मा ख़ुद नहीं उतरे। ईशान और गिल ने नाबाद रहते हुए टीम को 10 विकेट से जीत दिला दी। गिल 27 और ईशान 23 रन बनाकर नाबाद रहे। भारतीय टीम ने 6.1 ओवर में ही मैच जीत लिया।
सारस न्यूज, वेब डेस्क।
कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि मोहम्मद सिराज की लंबे समय तक प्रशंसा की जाएगी। उन्होंने कहा कि भारतीय तेज़ गेंदबाज़ काफ़ी वक़्त से बहुत कड़ी मेहनत कर रहे हैं। फ़ाइनल मुक़ाबले में जब श्रीलंका ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया तो बादल छाए रहने की स्थिति को देखते हुए क्रिकेट के कई जानकारों ने आश्चर्य जताया। टॉस के बाद बारिश आ गई, जिससे खेल क़रीब 40 मिनट देर से शुरू हुआ। बारिश बहुत तो नहीं हुई लेकिन भारतीय टीम के गेंदबाज़ों को अपना पैनापन दिखाने के लिए सही माहौल मिल चुका था। गेंदबाज़ी की कमान जसप्रीत बुमराह ने संभाली, उनकी गेंदें हवा में लहराते हुए टप्पा खाने के बाद दोनों तरफ़ स्विंग हो रही थीं। पहले ही ओवर में बुमराह ने कुशाल परेरा को विकेट के पीछे कैच आउट करा दिया।
गोल्डन ओवर खेला मोहम्मद सिराज ने
मैच का दूसरा ओवर सिराज डालने आए। इसी ओवर में उन्होंने आगे का ट्रेलर दिखा दिया। कुसाल मेंडिस सामने थे और सिराज उन्हें अपनी फुलर, लेंथ गेंद और एंगल्ड गेंदों से ऑफ़ स्टंप्स के बाहर बीट करते रहे तो रोहित शर्मा ने तीसरा स्लिप भी लगा दिया। मैच का चौथा और सिराज का दूसरा ओवर वनडे क्रिकेट में अविस्मरणीय बन गया। पहली गेंद पर सिराज ने प्रथुम निस्सांका को जडेजा के हाथ कैच आउट कराया। जडेजा ने पॉइंट पर डाइव लगा कर बेहतरीन कैच लिया, तो तीसरी गेंद सदीरा समरविक्रम की पैड पर जा लगी और वे एलबीडब्ल्यू करार दिए गए।
अगली गेंद पर ही सिराज ने चरित असालांका को कवर पर खड़े ईशान किशन के हाथों कैच आउट कराया। सिराज हैट्रिक पर थे लेकिन धनंजय डी सिल्वा ने अगली गेंद मिड ऑन से बाउंड्री लाइन के बाहर पहुंचा दी। अगली ही गेंद पर धनंजय को सिराज ने अपनी गुड लेंथ गेंद से चौंका दिया। धनंजय गेंद को अपने शरीर से दूर खेलना चाहते थे लेकिन वो बल्ले का बाहरी किनारा लेते हुए विकेटकीपर केएल राहुल के हाथों में चली गई। इस ओवर में सिराज ने चार विकेट लिए और आधी श्रीलंकाई टीम केवल 12 के स्कोर पर पविलियन लौट गई। इसके बाद सिराज ने अपना पांचवां और छठा विकेट लिया तो श्रीलंका के बाक़ी तीन विकेट हार्दिक पंड्या ने झटक लिए।
फाइनल का हाल
छह बार चैंपियन रही यह टीम महज 15.2 ओवरों में 50 रन बना कर ऑल आउट हो गई। श्रीलंकाई विकेटकीपर बल्लेबाज़ कुसल मेंडिस ने इस मैच में टीम के लिए एक तिहाई रन बनाए। उन्होंने सर्वाधिक 17 रनों की पारी खेली। वहीं दुशान हेमंता ने भी 13 रन का योगदान दिया।इसके अलावा कोई भी श्रीलंकाई बल्लेबाज़ दहाई का आँकड़ा पार नहीं किया। पांच बल्लेबाज़ अपना खाता तक नहीं खोल सके। भारत की ओर से मैच का पहला विकेट जसप्रीत बुमराह ने लिया। मोहम्मद सिराज ने सात ओवर में 21 रन देकर छह विकेट लिए तो हार्दिक पंड्या ने 2.2 ओवर में तीन रन देकर तीन विकेट लिए। 51 रनों के लक्ष्य के सामने भारत की ओर से शुभमन गिल के साथ ईशान किशन ने ओपनिंग का मोर्चा संभाला। नियमित ओपनर कप्तान रोहित शर्मा ख़ुद नहीं उतरे। ईशान और गिल ने नाबाद रहते हुए टीम को 10 विकेट से जीत दिला दी। गिल 27 और ईशान 23 रन बनाकर नाबाद रहे। भारतीय टीम ने 6.1 ओवर में ही मैच जीत लिया।
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