चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल आज शाम 5:30 से 6:30 बजे के बीच चांद के उस हिस्से को छूने वाला है, जिसे अब तक किसी ने नहीं देखा। चंद्रयान 3 के लिए सॉफ्ट लैंडिंग की तीन सबसे बड़ी चुनौतियां भी हैं। भारत सहित पूरी दुनिया को आज चंद्रयान 3 की लैंडिंग का बेसब्री से इंतजार है।
चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग सफल रही तो रोवर प्रज्ञान उससे बाहर आएगा और चांद पर चहलकदमी कर पानी और वहां के वातावरण के बारे में जानकारी देगा। चांद पर पानी या बर्फ के अलावा कई दूसरे प्राकृतिक संसाधन भी मिल सकते हैं, लेकिन चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग की कई चुनौतियां हैं।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल आज शाम 5:30 से 6:30 बजे के बीच चांद के उस हिस्से को छूने वाला है, जिसे अब तक किसी ने नहीं देखा। चंद्रयान 3 के लिए सॉफ्ट लैंडिंग की तीन सबसे बड़ी चुनौतियां भी हैं। भारत सहित पूरी दुनिया को आज चंद्रयान 3 की लैंडिंग का बेसब्री से इंतजार है।
चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग सफल रही तो रोवर प्रज्ञान उससे बाहर आएगा और चांद पर चहलकदमी कर पानी और वहां के वातावरण के बारे में जानकारी देगा। चांद पर पानी या बर्फ के अलावा कई दूसरे प्राकृतिक संसाधन भी मिल सकते हैं, लेकिन चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग की कई चुनौतियां हैं।
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