सारस न्यूज, किशनगंज।
मणिपुर में लगभग डेढ़ महीने पहले तुपुल रेलवे स्टेशन पर भूस्खलन के चलते बलिदान देने वाले जवानों के प्रति देश सदैव ऋणी रहेगा। उक्त बातें गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बेंगडूबी के मिलिट्री स्टेशन स्टेशन अंतर्गत आयोजित वीर नारी सम्मान समारोह के मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस दौरान मणिपुर हादसे में बलिदान होने वाले बलिदानी जवानों के परिजनों को सात-सात लाख रुपये का आर्थिक सहायता प्रदान किया। इस दौरान बलिदानी जवानों के वीर नारियों ने अपने परिजन तथा पति के खोने की गम आंखों में लिए आंसुओं के बीच रक्षा मंत्री से सहायता राशि ग्रहण की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि जिन जवानों ने अपना बलिदान दिया है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि मणिपुर हादसे में कुल 61 लोगों की जानें गई थी, जिनमें 30 आर्मी टेरिटोरियल के जवान थे। बलिदानी जवानों में सबसे ज्यादा बलिदानी देने वाले 18 जवान दार्जिलिंग जिले के थे।

रक्षा मंत्री सिंह ने कहा कि हादसे में अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले इन बलिदानी जवानों को देश कभी नहीं भुला सकता है। वह अपने निजी स्वार्थ के लिए नहीं, बल्कि देश के लिए अपना बलिदान दिए हैं। उन्होंने बलिदानी जवानों के परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि किसी के जीवन की कीमत पैसे व धन दौलत देकर नहीं चुकाई जा सकती। उन्होंने परिजनों का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि देश के लिए बलिदान देने वाले जवानों के प्रति उन्हें गौरव होना चाहिए। क्योंकि वह देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिए हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई कहता है कि मौत से भय नहीं लगता है, तो वह या तो झूठ बोलता है, या गोरखा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि बलिदानी जवानों के परिजनों को अगर किसी तरह की समस्या है तो निसंकोच अपनी शिकायत करें, उनके समस्याओं का समाधान किया जाएगा। इस नारी सम्मान समारोह के मौके पर थल सेना अध्यक्ष जनरल मनोज पांडे, दार्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र के सांसद राजू बिष्ट, आर्मी त्रिशक्ति कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल तरुण आइच समेत अन्य लोग मौजूद थे।
