सारस न्यूज टीम, पटना।
भारतीय सेना बहाली की अग्निपथ योजना के विरुद्ध राज्य में हो रहे हिंसक प्रदर्शन को लेकर पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को अलर्ट किया है। प्रदर्शनकारियों की पहचान कर नामजद एफआइआर दर्ज करने का निर्देश भी दिया गया है। पुलिस-प्रशासन को संवेदशनशील जगहों की पहचान कर वहां मजिस्ट्रेट के साथ पुलिसकर्मियों की तैनाती करने का निर्देश दिया गया है, ताकि आगे इस तरह की स्थिति पर अविलंब काबू पाया जा सके।
अपर पुलिस महानिदेशक विधि-व्यवस्था संजय कुमार सिंह ने बताया कि विरोध-प्रदर्शन करने वालों की वीडियोग्राफी करने और हिंसा व तोडफोड़ में शामिल लोगों की पहचान कर नामजद प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश सभी जिलों को दिया गया है। इसके अलावा मीडिया के पास भी अगर वीडियो क्लिप है, तो उस आधार पर भी सरकारी संपत्ति को पहचान करने वालों पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। एडीजी ने बताया कि लगभग एक दर्जन जिलों में विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है। कुछ जिलों में छात्रों ने रेलवे ट्रैक जाम कर ट्रेनें रोकी हैं। इससे बड़ी संख्या में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके अलावा जिला मुख्यालयों में सड़कों पर भी हिंसक प्रदर्शन किया गया है। गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की गई है, जिसे रोकने के लिए कुछ जगहों पर पुलिस ने बल प्रयोग भी किया है। उन्होंने छात्रों से शांतिपूर्वक ढंग से मांग पत्र के जरिए अपनी बात रखने की अपील की है।
राज्य में सबसे अधिक हिंसक प्रदर्शन शाहाबाद, गया और छपरा रेंज से जुड़े जिलों में हो रहा है। ऐसे में पुलिस मुख्यालय स्तर से इन जिलों की पुलिस को विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है। पुलिस प्रशासन को क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) भी तैयार रखने को कहा गया है, ताकि आपात स्थिति में अविलंब पुलिस बल की मदद से उस पर काबू पाया जा सके।