अब महिला या बच्चों के साथ किसी तरह की हिंसा होती है तो पांच मिनट के अंदर पुलिस घटनास्थल पर पहुंचेगी। डायल 112 से अब महिला हेल्पलाइन नंबर 181 और चाइल्ड लाइन नंबर 1098 को जोड़ा जाएगा। सीडैक ने इसके लिए सॉफ्टवेयर डेवलप किया है। महिला हेल्पलाइन नंबर 181 पर कोई महिला मारपीट, छेड़खानी या किसी तरह की शिकायत करती है तो यह कॉल अपने आप डायल 112 पर डायवर्ट हो जाएगा। कॉल आते ही पांच मिनट के अंदर डायल 112 की पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंचकर महिला को सहायता करेगी। महिला एवं बाल विकास निगम की ओर से यह पहल की गई है।
कहा जाता है कि दु:ख दर्द कहने से ही आधी हो जाती है। बात जब घरेलू हिंसा की होती है ताे आधी पीड़ा को बातों से हल की जा सकती है। इसी सोच के साथ राज्य के 210 थानों में घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं की व्यथा सुनने के लिए विशेष महिला कोषांग खुल रहा। इन थानों के लिए सभी महिला काउंसलर का इंटरव्यू हो चुका है। विशेष महिला कोषांग थाने में आने वाली घरेलू हिंसा एवं अन्य मामलों में पीड़ित महिलाओं को अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराने तथा परामर्श के माध्यम से मामलों के त्वरित एवं निष्पादन, आवश्यकता अनुसार केस दर्ज कराने में सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से विशेष महिला कोषांग को राज्य की प्रमुख योजना मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना के तहत काउंसलर बहाल किए जा रहे हैं। पटना जिला के 23 पुलिस थानों में विशेष महिला विशेष कोषांग की स्थापना की गई है। निगम द्वारा प्रत्येक महिला कोषांग में एक परामर्शी की नियुक्ति की गई है। राज्य के 210 अंचल थानों के लिए भी दो वरीय परामर्शी की नियुक्ति की कार्रवाई की जा रही है।
सारस न्यूज, बिहार।
अब महिला या बच्चों के साथ किसी तरह की हिंसा होती है तो पांच मिनट के अंदर पुलिस घटनास्थल पर पहुंचेगी। डायल 112 से अब महिला हेल्पलाइन नंबर 181 और चाइल्ड लाइन नंबर 1098 को जोड़ा जाएगा। सीडैक ने इसके लिए सॉफ्टवेयर डेवलप किया है। महिला हेल्पलाइन नंबर 181 पर कोई महिला मारपीट, छेड़खानी या किसी तरह की शिकायत करती है तो यह कॉल अपने आप डायल 112 पर डायवर्ट हो जाएगा। कॉल आते ही पांच मिनट के अंदर डायल 112 की पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंचकर महिला को सहायता करेगी। महिला एवं बाल विकास निगम की ओर से यह पहल की गई है।
कहा जाता है कि दु:ख दर्द कहने से ही आधी हो जाती है। बात जब घरेलू हिंसा की होती है ताे आधी पीड़ा को बातों से हल की जा सकती है। इसी सोच के साथ राज्य के 210 थानों में घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं की व्यथा सुनने के लिए विशेष महिला कोषांग खुल रहा। इन थानों के लिए सभी महिला काउंसलर का इंटरव्यू हो चुका है। विशेष महिला कोषांग थाने में आने वाली घरेलू हिंसा एवं अन्य मामलों में पीड़ित महिलाओं को अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराने तथा परामर्श के माध्यम से मामलों के त्वरित एवं निष्पादन, आवश्यकता अनुसार केस दर्ज कराने में सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से विशेष महिला कोषांग को राज्य की प्रमुख योजना मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना के तहत काउंसलर बहाल किए जा रहे हैं। पटना जिला के 23 पुलिस थानों में विशेष महिला विशेष कोषांग की स्थापना की गई है। निगम द्वारा प्रत्येक महिला कोषांग में एक परामर्शी की नियुक्ति की गई है। राज्य के 210 अंचल थानों के लिए भी दो वरीय परामर्शी की नियुक्ति की कार्रवाई की जा रही है।
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