निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने बुधवार को ताबड़तोड़ कार्रवाई की। दो जिलों में छापेमारी कर तीन घूसखोरों को गिरफ्तार किया। इसमें दो ग्रामीण कार्य विभाग के इंजीनियर हैं, जबकि एक महिला सुपरवाइजर का पति है। इन्हें ट्रैप करने की कार्रवाई को अररिया और पश्चिम चंपारण जिले में अंजाम दिया गया है।
पता चला है कि दोनों ही मामलों में बिल का भुगतान करन के एवज में रिश्वत की मांग की गई थी। बड़ी बात यह है कि अररिया में एक इंजीनियर को पकड़ने के बाद जब निगरानी की टीम ने उसके किराए के घर को खंगाला तो वहां से 6.50 लाख रुपए अलग से मिल गए। जिसे टीम ने जब्त कर लिया है।
हेमचंद्र लाल कर्ण असिस्टेंट इंजीनियर हैं। इनकी पोस्टिंग त्रिवेणीगंज में है। जबकि, जूनियर इंजीनियर फुलेश्वर रजक सिकटी में पोस्टेंड हैं। इन दोनों के पास से रिश्वत के 1 लाख 2 हजार रुपए बरामद हुए हैं। दरअसल, इनके खिलाफ नालंदा जिले में हिलसा थाना के तहत गणपत बिगहा के रहने वाले शिव कुमार वर्मा ने 8 जुलाई को निगरानी मुख्यालय में कंप्लेन किया था। SDM करण बाबू और जूनियर इंजीनियर फुलेश्वर रजक पर ठेकेदारी के किए गए काम के भुगतान पर रिश्वत मांग रहे हैं।
जांच और कार्रवाई की जिम्मेवारी DSP अरूण पासवान को दी गई। तब इनकी टीम ने छापेमारी कर हेमचंद्र लाल कर्ण को 62 हजार रुपए के साथ उनके किराए के मकान से पकड़ा। इनके घर से ही 6.50 लाख रुपए अलग से मिले। जिसे जब्त किया गया है। वहीं, फुलेश्वर रजक को 40 हजार रुपए अपने ऑफिस से लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। गिरफ्तारी और पूछताछ के बाद इन दोनों को भागलपुर के निगरानी कोर्ट में पेश किया गया और ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया।
सारस न्यूज़ टीम, वेब डेस्क, सारस न्यूज़।
निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने बुधवार को ताबड़तोड़ कार्रवाई की। दो जिलों में छापेमारी कर तीन घूसखोरों को गिरफ्तार किया। इसमें दो ग्रामीण कार्य विभाग के इंजीनियर हैं, जबकि एक महिला सुपरवाइजर का पति है। इन्हें ट्रैप करने की कार्रवाई को अररिया और पश्चिम चंपारण जिले में अंजाम दिया गया है।
पता चला है कि दोनों ही मामलों में बिल का भुगतान करन के एवज में रिश्वत की मांग की गई थी। बड़ी बात यह है कि अररिया में एक इंजीनियर को पकड़ने के बाद जब निगरानी की टीम ने उसके किराए के घर को खंगाला तो वहां से 6.50 लाख रुपए अलग से मिल गए। जिसे टीम ने जब्त कर लिया है।
हेमचंद्र लाल कर्ण असिस्टेंट इंजीनियर हैं। इनकी पोस्टिंग त्रिवेणीगंज में है। जबकि, जूनियर इंजीनियर फुलेश्वर रजक सिकटी में पोस्टेंड हैं। इन दोनों के पास से रिश्वत के 1 लाख 2 हजार रुपए बरामद हुए हैं। दरअसल, इनके खिलाफ नालंदा जिले में हिलसा थाना के तहत गणपत बिगहा के रहने वाले शिव कुमार वर्मा ने 8 जुलाई को निगरानी मुख्यालय में कंप्लेन किया था। SDM करण बाबू और जूनियर इंजीनियर फुलेश्वर रजक पर ठेकेदारी के किए गए काम के भुगतान पर रिश्वत मांग रहे हैं।
जांच और कार्रवाई की जिम्मेवारी DSP अरूण पासवान को दी गई। तब इनकी टीम ने छापेमारी कर हेमचंद्र लाल कर्ण को 62 हजार रुपए के साथ उनके किराए के मकान से पकड़ा। इनके घर से ही 6.50 लाख रुपए अलग से मिले। जिसे जब्त किया गया है। वहीं, फुलेश्वर रजक को 40 हजार रुपए अपने ऑफिस से लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। गिरफ्तारी और पूछताछ के बाद इन दोनों को भागलपुर के निगरानी कोर्ट में पेश किया गया और ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया।
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