अग्निपथ योजना को लेकर राज्य के विभिन्न शहरों में हुए हिंसक प्रदर्शन और बवाल को देखते हुए शुक्रवार से रविवार तक 15 जिले और फिर सोमवार को 20 जिलों में इंटरनेट सेवा बाधित की गई थी। पूरे राज्य में मंगलवार के मध्य रात्रि से इंटरनेट सेवा सामान्य हो जाएगी। जिला पुलिस को अगले कुछ दिनों तक अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है। सभी जिलों में स्थिति सामान्य पाए जाने के बाद प्रभावी रोक को आगे नहीं बढ़ाया गया है।
पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि राज्य में सभी जगह स्थिति अब शांतिपूर्ण है। इंटरनेट सेवा बाधित करने को लेकर जिलों से प्रस्ताव आता है। अभी तक ऐसा कोई प्रस्ताव आगे के लिए नहीं आया है। वर्तमान रोक सोमवार की आधी रात तक प्रभावी है। इसके बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी। आगे जरूरत हुई तो जिलास्तर पर फिर से रोक लगाई जा सकती है।
इधर, पुलिस मुख्यालय में सोमवार को राज्य के सभी जिलों में विधि-व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की गई। इसमें सभी जगह स्थिति सामान्य पाई गई। सभी जिलों को अगले कुछ दिनों तक अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है। पुलिस बल के साथ अर्द्धसैनिक बलों की भी तैनाती जारी रखी गई है।
बताते चलें कि राज्य के कैमूर, भोजपुर, औरंगाबाद, रोहतास, बक्सर, नवादा, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर, लखीसराय, बेगूसराय, वैशाली, सारण, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गया, मधुबनी, जहानाबाद, खगडिय़ा, शेखपुरा जिलों में अग्निपथ योजना के विरोध में हिंसक प्रदर्शनों को रोकने के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी।
वहीं पुलिस मुख्यालय के अनुसार, अग्निपथ योजना के विरोध में आहूत भारत बंद शांतिपूर्ण रहा। राज्य के सभी जिलों में विधि-व्यवस्था सामान्य रही। कहीं से भी अप्रिय घटना की शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। 16 जून से अब तक बवाल व आगजनी करने के मामले में 161 प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस मामले में 922 अराजक तत्वों को पहचान कर गिरफ्तार किया जा चुका है। तोडफोड़ में शामिल अन्य उपद्रवियों की पहचान के लिए जिलास्तर पर छापेमारी चल रही है।
अग्निपथ योजना को लेकर हुए बवाल के बाद सोमवार को पुलिस मुख्यालय में डीजीपी एसके सिंघल के साथ वरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक के बाद डीजीपी राजधानी में विधि-व्यवस्था का जायजा लेने निकल पड़े। पुलिस मुख्यालय से बेली रोड, डाकबंगला, गांधी मैदान आदि इलाकों का निरीक्षण कर पटना शहर का जायजा लिया।
सारस न्यूज़ टीम, पटना।
अग्निपथ योजना को लेकर राज्य के विभिन्न शहरों में हुए हिंसक प्रदर्शन और बवाल को देखते हुए शुक्रवार से रविवार तक 15 जिले और फिर सोमवार को 20 जिलों में इंटरनेट सेवा बाधित की गई थी। पूरे राज्य में मंगलवार के मध्य रात्रि से इंटरनेट सेवा सामान्य हो जाएगी। जिला पुलिस को अगले कुछ दिनों तक अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है। सभी जिलों में स्थिति सामान्य पाए जाने के बाद प्रभावी रोक को आगे नहीं बढ़ाया गया है।
पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि राज्य में सभी जगह स्थिति अब शांतिपूर्ण है। इंटरनेट सेवा बाधित करने को लेकर जिलों से प्रस्ताव आता है। अभी तक ऐसा कोई प्रस्ताव आगे के लिए नहीं आया है। वर्तमान रोक सोमवार की आधी रात तक प्रभावी है। इसके बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी। आगे जरूरत हुई तो जिलास्तर पर फिर से रोक लगाई जा सकती है।
इधर, पुलिस मुख्यालय में सोमवार को राज्य के सभी जिलों में विधि-व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की गई। इसमें सभी जगह स्थिति सामान्य पाई गई। सभी जिलों को अगले कुछ दिनों तक अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है। पुलिस बल के साथ अर्द्धसैनिक बलों की भी तैनाती जारी रखी गई है।
बताते चलें कि राज्य के कैमूर, भोजपुर, औरंगाबाद, रोहतास, बक्सर, नवादा, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर, लखीसराय, बेगूसराय, वैशाली, सारण, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गया, मधुबनी, जहानाबाद, खगडिय़ा, शेखपुरा जिलों में अग्निपथ योजना के विरोध में हिंसक प्रदर्शनों को रोकने के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी।
वहीं पुलिस मुख्यालय के अनुसार, अग्निपथ योजना के विरोध में आहूत भारत बंद शांतिपूर्ण रहा। राज्य के सभी जिलों में विधि-व्यवस्था सामान्य रही। कहीं से भी अप्रिय घटना की शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। 16 जून से अब तक बवाल व आगजनी करने के मामले में 161 प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस मामले में 922 अराजक तत्वों को पहचान कर गिरफ्तार किया जा चुका है। तोडफोड़ में शामिल अन्य उपद्रवियों की पहचान के लिए जिलास्तर पर छापेमारी चल रही है।
अग्निपथ योजना को लेकर हुए बवाल के बाद सोमवार को पुलिस मुख्यालय में डीजीपी एसके सिंघल के साथ वरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक के बाद डीजीपी राजधानी में विधि-व्यवस्था का जायजा लेने निकल पड़े। पुलिस मुख्यालय से बेली रोड, डाकबंगला, गांधी मैदान आदि इलाकों का निरीक्षण कर पटना शहर का जायजा लिया।