बिहार के बेतिया थाना के जगदीशपुर ओपी में बिहार आर्थिक अपराध इकाई व बिहार पुलिस के दबाव से आत्मसमर्पण करने पर आखिर क्यों मजबूर हुए मनीष कश्यप? जब पुलिस ने किसी अन्य मामले में मनीष कश्यप के घर की कुर्की जप्त कर रही थी तब मनीष कश्यप थाने में आकर सरेंडर कर गए। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया आपको बताते चलें कि तमिलनाडु राज्य में बिहार राज्य के कुछ निवासियों के साथ कतिपय हिंसात्मक घटनाओं से संबंधित सोशल मीडिया पर वीडियो प्रसारित किये जाने के आलोक में आर्थिक अपराध इकाई, बिहार, पटना द्वारा की गयी कार्रवाई के संबंध में अद्यतन प्रतिवेदनः-
1.सोशल मीडिया/सोशल न्यूज चैनल पर तमिलनाडु राज्य में बिहार राज्य के कुछ निवासियों के साथ कतिपय हिंसात्मक घटनाओं से संबंधित जान-बूझकर एक षडयंत्र के तहत भ्रामक, अफवाह जनक तथा भड़काने वाले फोटो/वीडियो/Text Message भेज कर आम जनता के बीच उत्तेजना, दुर्भावना और भय के वातावरण कायम करने के आरोपी एवं आर्थिक अपराध थाना काण्ड सं0-03/2023, 04/2023 एवं 05/2023 के नामजद अभियुक्त मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी कुमार तिवारी के विरूद्ध माननीय न्यायालय द्वारा गिरफ्तारी वारंट निर्गत किया गया था। इनकी गिरफ्तारी हेतु आर्थिक अपराध इकाई में पुलिस उपाधीक्षक स्तर के पदाधिकारी के नेतृत्व में विशेष टीमों का गठन किया गया था।
2.आर्थिक अपराध इकाई की विशेष टीमें द्वारा राज्य के अंदर तथा राज्य के बाहर- दिल्ली, सोनीपत, हरियाणा आदि कई स्थानों पर कैम्प करते हुए अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु छापामारी की जा रही थी।
3.इसी क्रम में आज दिनांक 18.03.2023 को सुचना प्राप्त हुई कि अभियुक्त मनीष कश्यप बेतिया की ओर जा रहे हैं । विशेष टीम द्वारा इनका पीछा करते हुए चकिया चेक पोस्ट पर इंटरसेप्ट किया गया। अभियुक्त मनीष कश्यप वहां से रस्ता बदल कर भागने लगा,तो मेातिहारी एवं बेतिया जिला की पुलिस टीमें भी उसकी खोज में लग गयी। वांछित अभियुक्त मनीष कश्याप के विरूद्ध चल रही लगातार प्रभावशाली छापामारी, उनके आय के श्रोत की जांच एवं संभावित ठिकानों पर कड़ी निगरानी एवं छापामारी से परेशान होकर आज दिनांक 18.03.2023 को पटना से बेतिया जाने के क्रम में आर्थिक अपराध इकाई की टीम एवं जिला पुलिस के द्वारा कई स्थानों पर की जा रही छापामारी एवं नाकाबंदी को देख कर अभियुक्त मनीष कश्यप ने पुलिस गिरफ्तारी के भय के कारण बेतिया जिला के जगदीशपुर ओ0पी0 में आत्मसमर्पण कर दिया।
4.उल्लेखनीय है कि अभियुक्त मनीष कश्यप के विरूद्ध मझौलिया (बेतिया) थाना काण्ड संख्या-193/2021 में आज कुर्की जप्ती की कार्रवाई की जा रही थी।
5.अभियुक्त मनीष कश्यप से आर्थिक अपराध इकाई की विशेष टीम पूछ-ताछ कर रही है। तमिलनाडु पुलिस की विशेष टीम भी अभियुक्त से पूछ-ताछ कर रही है।
6.अभियुक्त मनीष कश्यप एक आदतन अपराधी है, जिसके विरूद्ध अब तक दस काण्ड दर्ज हो चुके हैं।उसके द्वारा पुलिस पर कई बार हमला भी किया जा चूका है। पूर्व में मनीष कश्यप दो बार जेल जा चुका है।मनीष कश्यप पूर्व में सामप्रदायिक पोस्ट और गतिविधियों में संलिप्त रहा है। आर्थिक अपराध थाना में काण्ड दर्ज होने के बाद से वह फरार हो गया था।
7. पूर्व में मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी कुमार तिवारी के 04 बैंक खातों में उपलब्ध राशि को freeze कराया जा चुका है, जिनमें एस0बी0आई0 बैंक के 01 खाता में उपलब्ध राशि 3,37,496/रुपये,IDFC बैंक के 01 खाता में उपलब्ध राशि 51,069/रूपये, HDFC बैंक के 01 खाता में उपलब्ध राशि 3,37,463/रूपये तथा SACHTAK Foundation के HDFC बैंक के 01 खाता में उपलब्ध राशि 34,85,909/रूपये, कुल 42,11,937/रूपये हैं।
8.मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी कुमार तिवारी के विरूद्ध वित्तीय अनियमितता के साक्ष्य मिले हैं, जिन पर गहन अनुसन्धान किया जा रहा है।
9.अनुसन्धान के क्रम में यह बात भी सामने आयी है कि अभियुक्त मनीष कश्यप द्वारा पटना के विभिन्न कोचिंग संस्थानों को भय एवं प्रलोभन देकर अपने पक्ष में branding कराने हेतु पटना के कई advertiser के माध्यम से होर्डिंग्स लगाये गये हैं।उक्त संबंध में पटना नगर निगम द्वारा प्रतिवेदित किया गया है कि होर्डिंग्स अवैध तरीके से बिना अनुमति के लगाये गये हैं।संबंधित व्यक्तियों के विरूद्ध विधि-सम्मत कार्रवाई करने हेतु पटना नगर निगम एवं वरीय पुलिस अधीक्षक,पटना को पत्र भेजा गया है।
10.काण्ड का अग्रतर अनुसन्धान जारी है। अभियुक्त मनीष कश्यप को न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा एवं पूछ-ताछ करने हेतु पुलिस रिमाण्ड में देने हेतु न्यायालय से अनुरोध किया जाएगा। उनके विरूद्ध प्रतिवेदित सभी काण्डों का अनुसन्धान ससमय पूरा करते हुए विशेष लोक अभियोजक के माध्यम से ससमय विचारण कराया जाएगा।
सारस न्यूज़ टीम, बिहार, शशि कोशी रोक्का।
बिहार के बेतिया थाना के जगदीशपुर ओपी में बिहार आर्थिक अपराध इकाई व बिहार पुलिस के दबाव से आत्मसमर्पण करने पर आखिर क्यों मजबूर हुए मनीष कश्यप? जब पुलिस ने किसी अन्य मामले में मनीष कश्यप के घर की कुर्की जप्त कर रही थी तब मनीष कश्यप थाने में आकर सरेंडर कर गए। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया आपको बताते चलें कि तमिलनाडु राज्य में बिहार राज्य के कुछ निवासियों के साथ कतिपय हिंसात्मक घटनाओं से संबंधित सोशल मीडिया पर वीडियो प्रसारित किये जाने के आलोक में आर्थिक अपराध इकाई, बिहार, पटना द्वारा की गयी कार्रवाई के संबंध में अद्यतन प्रतिवेदनः-
1.सोशल मीडिया/सोशल न्यूज चैनल पर तमिलनाडु राज्य में बिहार राज्य के कुछ निवासियों के साथ कतिपय हिंसात्मक घटनाओं से संबंधित जान-बूझकर एक षडयंत्र के तहत भ्रामक, अफवाह जनक तथा भड़काने वाले फोटो/वीडियो/Text Message भेज कर आम जनता के बीच उत्तेजना, दुर्भावना और भय के वातावरण कायम करने के आरोपी एवं आर्थिक अपराध थाना काण्ड सं0-03/2023, 04/2023 एवं 05/2023 के नामजद अभियुक्त मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी कुमार तिवारी के विरूद्ध माननीय न्यायालय द्वारा गिरफ्तारी वारंट निर्गत किया गया था। इनकी गिरफ्तारी हेतु आर्थिक अपराध इकाई में पुलिस उपाधीक्षक स्तर के पदाधिकारी के नेतृत्व में विशेष टीमों का गठन किया गया था।
2.आर्थिक अपराध इकाई की विशेष टीमें द्वारा राज्य के अंदर तथा राज्य के बाहर- दिल्ली, सोनीपत, हरियाणा आदि कई स्थानों पर कैम्प करते हुए अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु छापामारी की जा रही थी।
3.इसी क्रम में आज दिनांक 18.03.2023 को सुचना प्राप्त हुई कि अभियुक्त मनीष कश्यप बेतिया की ओर जा रहे हैं । विशेष टीम द्वारा इनका पीछा करते हुए चकिया चेक पोस्ट पर इंटरसेप्ट किया गया। अभियुक्त मनीष कश्यप वहां से रस्ता बदल कर भागने लगा,तो मेातिहारी एवं बेतिया जिला की पुलिस टीमें भी उसकी खोज में लग गयी। वांछित अभियुक्त मनीष कश्याप के विरूद्ध चल रही लगातार प्रभावशाली छापामारी, उनके आय के श्रोत की जांच एवं संभावित ठिकानों पर कड़ी निगरानी एवं छापामारी से परेशान होकर आज दिनांक 18.03.2023 को पटना से बेतिया जाने के क्रम में आर्थिक अपराध इकाई की टीम एवं जिला पुलिस के द्वारा कई स्थानों पर की जा रही छापामारी एवं नाकाबंदी को देख कर अभियुक्त मनीष कश्यप ने पुलिस गिरफ्तारी के भय के कारण बेतिया जिला के जगदीशपुर ओ0पी0 में आत्मसमर्पण कर दिया।
4.उल्लेखनीय है कि अभियुक्त मनीष कश्यप के विरूद्ध मझौलिया (बेतिया) थाना काण्ड संख्या-193/2021 में आज कुर्की जप्ती की कार्रवाई की जा रही थी।
5.अभियुक्त मनीष कश्यप से आर्थिक अपराध इकाई की विशेष टीम पूछ-ताछ कर रही है। तमिलनाडु पुलिस की विशेष टीम भी अभियुक्त से पूछ-ताछ कर रही है।
6.अभियुक्त मनीष कश्यप एक आदतन अपराधी है, जिसके विरूद्ध अब तक दस काण्ड दर्ज हो चुके हैं।उसके द्वारा पुलिस पर कई बार हमला भी किया जा चूका है। पूर्व में मनीष कश्यप दो बार जेल जा चुका है।मनीष कश्यप पूर्व में सामप्रदायिक पोस्ट और गतिविधियों में संलिप्त रहा है। आर्थिक अपराध थाना में काण्ड दर्ज होने के बाद से वह फरार हो गया था।
7. पूर्व में मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी कुमार तिवारी के 04 बैंक खातों में उपलब्ध राशि को freeze कराया जा चुका है, जिनमें एस0बी0आई0 बैंक के 01 खाता में उपलब्ध राशि 3,37,496/रुपये,IDFC बैंक के 01 खाता में उपलब्ध राशि 51,069/रूपये, HDFC बैंक के 01 खाता में उपलब्ध राशि 3,37,463/रूपये तथा SACHTAK Foundation के HDFC बैंक के 01 खाता में उपलब्ध राशि 34,85,909/रूपये, कुल 42,11,937/रूपये हैं।
8.मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी कुमार तिवारी के विरूद्ध वित्तीय अनियमितता के साक्ष्य मिले हैं, जिन पर गहन अनुसन्धान किया जा रहा है।
9.अनुसन्धान के क्रम में यह बात भी सामने आयी है कि अभियुक्त मनीष कश्यप द्वारा पटना के विभिन्न कोचिंग संस्थानों को भय एवं प्रलोभन देकर अपने पक्ष में branding कराने हेतु पटना के कई advertiser के माध्यम से होर्डिंग्स लगाये गये हैं।उक्त संबंध में पटना नगर निगम द्वारा प्रतिवेदित किया गया है कि होर्डिंग्स अवैध तरीके से बिना अनुमति के लगाये गये हैं।संबंधित व्यक्तियों के विरूद्ध विधि-सम्मत कार्रवाई करने हेतु पटना नगर निगम एवं वरीय पुलिस अधीक्षक,पटना को पत्र भेजा गया है।
10.काण्ड का अग्रतर अनुसन्धान जारी है। अभियुक्त मनीष कश्यप को न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा एवं पूछ-ताछ करने हेतु पुलिस रिमाण्ड में देने हेतु न्यायालय से अनुरोध किया जाएगा। उनके विरूद्ध प्रतिवेदित सभी काण्डों का अनुसन्धान ससमय पूरा करते हुए विशेष लोक अभियोजक के माध्यम से ससमय विचारण कराया जाएगा।