सारस न्यूज, किशनगंज।
किशनगंज के माननीय सांसद डॉ मोहम्मद जावेद आजाद ने माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार सरकार को पत्र लिखकर बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक नियामवली-2023 में संशोधन कर 7वें चरण की शिक्षक बहाली को ‘आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा से मुक्त करने का अनुरोध किये है।
बिहार सरकार के कैबिनेट द्वारा 10 अप्रैल 2023 को बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक नियमावली 2023 पारित कर वें चरण को शिक्षक बहाली द्वारा उन्हें राज्यकर्मी के रूप में नियुक्ति का फैसला ऐतिहासिक और स्वागतयोग्य कदम है; परंतु इस नियमावली में शिक्षक अभ्यर्थियों को आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा उत्तीर्ण करने का प्रावधान किया गया है। इससे शिक्षक अभ्यर्थियों में व्यापक असंतोष उत्पन्न हो गया है।
इस संबंध में गौरतलब है कि शिक्षक अभ्यर्थी पिछले 4 सालों से इस बहाली का इंतेजार कर रहे हैं और ये पहले ही विभिन्न शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET, CTET और HTET) उत्तीर्ण कर चुके है। सरकार द्वारा बहाली के लिए अचानक आयोग की परीक्षा आयोजित करवाने का प्रावधान करने में अभ्यर्थियों में निराशा और कई तरह की आशंका उत्पन्न हो गई है।
अत: बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक नियामवली-2023 में संशोधन कर 7वें चरण की शिक्षक बहाली को ‘आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा से मुक्त रखने की कृपा की जाए। इस बहाली के उपरांत अगर सरकार चाहे तो पूर्व में घोषणा कर ‘परीक्षा’ का प्रावधान कर सकती है।
