सारस न्यूज टीम, पटना।
बिहार में शराबबंदी का कानून लागू है। इसी क्रम में नीतीश सरकार ने शराब माफिया के खिलाफ और सख्त कदम उठाने की तैयारी कर ली है। सरकार उनकी अवैध संपत्ति को जब्त करने की तैयारी में है। अब तक 21 शराब माफिया की बिहार और दूसरे राज्यों में फैली अवैध संपत्तियों को जब्त करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय को प्रस्ताव भेजे जा चुके हैं। इनमें तीन के खिलाफ इडी ने इंफोर्समेंट केस इंवेस्टिगेशन रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
राज्य सरकार ने बिहार में सक्रिय रहे 21 शराब माफिया की अवैध संपत्तियो को जब्त करने के लिए प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई का प्रस्ताव ईडी को भेजा है। इसके तहत कार्रवाई का अधिकार ईडी के पास ही है। ईडी अब तक चार बड़े शराब माफिया की करोड़ों की संपत्ति जब्त कर चुका है। इनमें भोजपुर के शराब माफिया संजय प्रताप सिंह एवं उसकी पत्नी किरण देवी की दो करोड़ से अधिक की संपत्ति शामिल है।
विदित हो कि पुलिस व मद्य निषेध विभाग इस वर्ष बिहार के बाहर से 20 बड़े शराब माफिया को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें झारखंड के बोकारो से गिरफ्तार अनिल कुमार सिंह, बरियातू से गिरफ्तार विपिन कुमार सिंह, गोरखपुर से गिरफ्तार सचिव कुमार पांडेय, कोलकाता से गिरफ्तार राहुल तिवारी, राजेश तिवारी एवं रमेश तिवारी, हरियाणा के भिवानी एवं हिसार से गिरफ्तार नरेश कुमार, सोमवीर एवं विनोद काली तथा पंजाब के पटियाला से गिरफ्तार निशान सिंह शामिल हैं। वे बिहार के बाहर से बिहार में शराब तस्करी के बड़े नेटवर्क को संचालित कर रहे थे।
बताया जाता है कि बिहार सरकार आने वाले दिनों में अन्य शराब माफिया की भी संपत्ति जब्त करने का प्रस्ताव भी ईडी को जल्द ही भेजेगी। सरकार की नजर खास तौर पर बिहार के बाहर से शराब की तस्करी करने वालों पर है।
