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जब महिलाओं पर होने वाली हिंसा रुकेगी तभी परिवार, समाज एवं देश तरक्की करेगी; जिला संरक्षक पदाधिकारी।

सारस न्यूज, शशि कोशी रोक्का/ किशनगंज।

किशनगंज:- महिला एवं बाल विकास निगम, बिहार सरकार के निर्देश पर किशनगंज में वन स्टाॅप सेन्टर-सह-महिला हेल्प लाइन किशनगंज के द्वारा जिला प्रोग्राम पदाधिकारी के सौजन्य से बालिका गृह में लौंगिक हिंसा के विरूद्ध अंतर्राष्ट्रीय महिला पखवाड़ा का आयोजन किया गया। जिसमें बालिका गृह के बच्चियों को लैंगिक हिंसा के बारे में जानकारी देते हुए आईसीडीएस सहायक निदेशक पदाधिकारी रविशंकर तिवारी ने बताया कि महिला हिंसा के कारकों, रूपों और इस पर बने कानूनों और दी जा रही सेवाओं की जानकारी आमजन तक पहुँचाना है।

महिला हिंसा रोकने में पुरूषों की भूमिका पर परिचर्चा आयोजित करना है। स्कूलों, कॉलेजों, अस्पतालों में कार्यक्रम आयोजित कर जागृति फैलानी है। सभी अल्पावास गृहों, वन स्टॉप सेंटरों, महिला हेल्प-डेस्क के माध्यम से विभिन्न स्थानों (प्रखंडों, पंचायतों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करना), प्रभात फेरी/वाक आयोजित कर जागरुक किया जाएगा। क्षेत्र में कार्यरत संस्थाओं के साथ मिलकर इस विषय पर संगोष्ठी, कार्यशाला आयोजित कर सभी सखी वन-स्टॉप-सेंटर महिला थाना के माध्यम से इस विषय पर जिले के शैक्षणिक संस्थानों, जीविका समूहों में इस विषय पर पूरे पखवाड़े कोई न कोई कार्यक्रम आयोजित करने हैं और जागरूक करने हैं।

वहीं जिला संरक्षक पदाधिकारी शशि शर्मा ने लौंगिक हिंसा के विरूद्ध बालिका गृह बालिकाओं को जागरूक करते हुए कहा कि जब महिलाओं पर होने वाली हिंसा रुकेगी तभी परिवार समाज एवं देश तरक्की करेंगी, हिंसा के विरूद्ध लागू कानूनों की जानकारी घर-घर पहुँचाकर महिलाओं के प्रति हो रही विभिन्न प्रकार की हिंसा-भ्रूण हत्या, शिक्षा से वंचित रखना, कौशल से वंचित रखना, आने-जाने पर पाबंदी, बाल विवाह, दहेज उन्मूलन, नौकरी करने से रोकना, कार्यस्थल या घर के बाहर लैंगिक प्रताड़ना देना, घरेलू हिंसा, बलात्कार, तेजाब फेंकना, जबरदस्ती शादी अपहरण, ट्रेफेकिंग, बेटे पैदा करने हेतु दवाब देना, आर्थिक हिसा, मनोविज्ञानिक हिंसा, सांस्कृतिक हिंसा (महिलाओं का कमतर आंकना),जेन्डर आधारित भेद-भाव को समझाना और अन्य हितधरकों, समाज को कार्यक्रमों के माध्यम से समझाना है।

पुरुषों का जेन्डर संवेदीकरण करना एवं लैंगिक हिंसा के विरूद्ध आवाज उठाने हेतु प्रेरित करना एवं दायित्वों का बोध कराना है। आपको बताते चलें कि लौंगिक हिंसा के विरुद्ध अंतर्राष्ट्रीय महिला पखवाड़ा 25 नवंबर से 10 दिसंबर तक चलेगी। जिसमें विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों आयोजित कर महिलाओं एवं बालिकाओं पर हो रहे लौंगिक हिंसा के विरुद्ध जागरूक किया जाएगा।

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