सारस न्यूज़ टीम, सारस न्यूज़।
जापानी प्रधानमंत्री के भारत आगमन और निवेश प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई सकारात्मक बातचीत के बाद पटना के लोगों की उम्मीद खास तौर पर बढ़ गई है। माना जा रहा है कि पटना मेट्रो के लिए जल्द ही जापान इंटरनेशनल को-आपरेशन एजेंसी (जाइका) से ऋण की हरी झंडी मिल सकती है। जाइका से मिलने वाले पैसे से ही पटना मेट्रो का आधे से अधिक काम होना है। ऐसे में ऋण की स्वीकृति मिलते ही पटना मेट्रो के काम में बड़े स्तर पर तेजी आने की उम्मीद है।
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकता में भी पटना समेत देश के अन्य शहरों में बन रहे मेट्रो का काम है। पिछले दिनों हुई बैठक के दौरान जापान की वित्तीय मदद से बन रहे इन प्रोजेक्ट में उन्होंने खुद दिलचस्पी लेकर पहल की है।
पटना मेट्रो प्रोजेक्ट निर्माण की कुल लागत करीब 13,925 करोड़ है। इसमें केंद्र व राज्य सरकार की हिस्सेदारी 20-20 प्रतिशत है, जबकि 60 प्रतिशत राशि वित्तीय संस्थाओं से साफ्ट लोन के रूप में लिया जाना है। पिछले साल अक्टूबर, 2021 में जाइका इंडिया की टीम की ओर से पटना मेट्रो का साइट भ्रमण किया जा चुका है। नवंबर में जाइका के जापान मुख्यालय की ओर से पटना मेट्रो का फैक्ट फाइंडिंग सर्वे भी कराया गया है।
मेट्रो सूत्रों के अनुसार, जाइका से बातचीत अंतिम दौर में है। अगले माह तक लोन की स्वीकृति मिल सकती है। फिलहाल पटना मेट्रो के मलाही पकड़ी से न्यू आइएसबीटी तक बनने वाले छह किलोमीटर लंबे प्रायोरिटी कारिडोर का काम तेजी से चल रहा है।
जाइका फंड से होने वाले महत्वपूर्ण काम
- मीठापुर रैम्प से पटना चिडिय़ाघर तक भूमिगत कोरिडोर का कार्य।
- पटना चिडिय़ाघर स्टेशन से पाटलिपुत्र स्टेशन तक भूमिगत कोरिडोर।
- भूमिगत स्टेशनों के लिए लिफ्ट, एलिवेटर व एसकलेटर कार्य।
- मेट्रो के कोरिडोर-एक और कोरिडोर-दो के रोलिंग स्टाक कार्य।
- कोरिडोर-एक व दो के सिग्नल और टेलीकाम का काम आदि।