रविवार को सुबह से आसमान में बादल छाए रहे। दिन में धूप-छांव की स्थिति रही। इस बीच जलवायु परिवर्तन पर उच्च अध्ययन केंद्र डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के अनुसार अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
उत्तर बिहार के जिलों में हल्के बादल छाए रहने की संभावना पिछले 24 घंटे में 32.4 मिलीमीटर वर्षा हुई। वरीय मौसम विज्ञानी डॉ.ए सत्तार ने बताया कि अगले चार दिनों में उत्तर बिहार के जिलो में हल्के से मध्यम बादल छाए रह सकते हैं।
कुछ जगहों पर हल्की बारिश की संभावना तराई तथा मैदानी भागों के जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है। उसके बाद वर्षा की सक्रियता में कमी आएगी। इस अवधि में अधिकतम तापमान 32 से 34 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 24-26 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 75 से 85 प्रतिशत तथा दोपहर में 55 से 65 प्रतिशत रहेगी।
फसलों का निरीक्षण करते रहें पूर्वानुमानित अवधि में मुख्य रूप से पुरवा हवा औसतन 10-15 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलेगी। मौसम विज्ञानी डॉ.गुलाब सिंह ने किसानों को सुझाव दिया कि 15 सितंबर तक अरहर की बोआई ऊंचे जमीन में संपन्न कर लें। इसके लिए पूसा-9 एवं शरद प्रभेद अनुशंसित है। बोआई के समय प्रति हेक्टेयर 20 किलोग्राम नेत्रजन, 45 किलोग्राम स्फुर, 20 किलोग्राम पोटाश तथा 20 किलोग्राम सल्फर का इस्तेमाल करें। 24 घंटे पूर्व 2.5 ग्राम थीरम दवा से प्रति एक किलोग्राम बीज की दर से उपचार करें। जून-जुलाई में बोई गई अरहर की फसल में कीट व्याधि का निरीक्षण करते रहें।
सारस न्यूज, वेब डेस्क।
रविवार को सुबह से आसमान में बादल छाए रहे। दिन में धूप-छांव की स्थिति रही। इस बीच जलवायु परिवर्तन पर उच्च अध्ययन केंद्र डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के अनुसार अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
उत्तर बिहार के जिलों में हल्के बादल छाए रहने की संभावना पिछले 24 घंटे में 32.4 मिलीमीटर वर्षा हुई। वरीय मौसम विज्ञानी डॉ.ए सत्तार ने बताया कि अगले चार दिनों में उत्तर बिहार के जिलो में हल्के से मध्यम बादल छाए रह सकते हैं।
कुछ जगहों पर हल्की बारिश की संभावना तराई तथा मैदानी भागों के जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है। उसके बाद वर्षा की सक्रियता में कमी आएगी। इस अवधि में अधिकतम तापमान 32 से 34 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 24-26 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 75 से 85 प्रतिशत तथा दोपहर में 55 से 65 प्रतिशत रहेगी।
फसलों का निरीक्षण करते रहें पूर्वानुमानित अवधि में मुख्य रूप से पुरवा हवा औसतन 10-15 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलेगी। मौसम विज्ञानी डॉ.गुलाब सिंह ने किसानों को सुझाव दिया कि 15 सितंबर तक अरहर की बोआई ऊंचे जमीन में संपन्न कर लें। इसके लिए पूसा-9 एवं शरद प्रभेद अनुशंसित है। बोआई के समय प्रति हेक्टेयर 20 किलोग्राम नेत्रजन, 45 किलोग्राम स्फुर, 20 किलोग्राम पोटाश तथा 20 किलोग्राम सल्फर का इस्तेमाल करें। 24 घंटे पूर्व 2.5 ग्राम थीरम दवा से प्रति एक किलोग्राम बीज की दर से उपचार करें। जून-जुलाई में बोई गई अरहर की फसल में कीट व्याधि का निरीक्षण करते रहें।
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