सारस न्यूज टीम, बिहार।
देश के प्रमुख शहरों में प्रदूषण के कारण लोगो को सांस लेने में हो रही है परेशानी हांफ रहे हैं। हवा में मौजूद प्रदूषण व धूलकण के कारण महानगरों का दम फूल रहा है। लेकिन यह सिर्फ महानगरों की बात नहीं है। बिहार की राजधानी पटना में भी हालात अच्छे नहीं हैं। यहां की हवा में भी सांस लेना मुश्किल हो गया है। डॉक्टरों के मुताबिक इस प्रदूषित हवा में सांस लेने से होने वाले रोगों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। इसमें सामान्य खांसी और खराश के साथ ब्रांकाइटिस, अस्थमा और साइनस जैसे रोगों से पीड़ित लोग ही शामिल नहीं हैं, बल्कि फेफड़ों के कैंसर तक के रोगियों की संख्या भी बढ़ रही है।
प्रदूषण का लेवल इतना खतरनाक है कि अब घरों के अंदर की हवा भी प्रदूषित हो चली है। (आइपीसीए) के शोध के अनुसार घरों में 2.5 (पी.पी.एम) का स्तर सुबह 6 बजे से 9 बजे तक और रात 9 बजे से 12 बजे के बीच सबसे ज्यादा रहता है। जान लें कि इस दौरान घरों की खिड़की-दरवाजों को बंद रखना जरूरी हैं।
सबसे ज्यादा प्रदूषित हवा वाले बिहार के इन जिलों के हाल देखिए।
पूर्णिया और दरभंगा में (एक्यूआई) 400 के पार पहुंचा।
गया में बुधवार तक के आंकड़ों के मुताबिक पूर्णिया जिले में एक्यूआइ 423 था।
दरंभगा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 422 पहुंच गया था। बुधवार को पटना का एक्यूआइ 378 था।