सारस न्यूज, किशनगंज।
जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि आईएनडीआईए की पहली मीटिंग से ही पत्रकारों ने कहना शुरू किया कि नीतीश कुमार इसके संयोजक बनेंगे। मैं उस दिन से कह रहा हूं और जितनी मेरी राजनीतिक समझ है नीतीश कुमार कैसे इस तरह के राष्ट्रीय संयोजक बन सकते हैं? आपके अपने दल की ताकत नहीं है, आपके अपने विधायक मंत्री हैं नहीं, आपका अपना वोट है नहीं, आपकी अपनी कोई छवि है नहीं क्यों कोई आपको संयोजक बना देगा? आईएनडीआईए अलायंस में सबसे बड़ा दल कांग्रेस है दूसरे नंबर पर टीएमसी है, तीसरे नंबर पर डीएमके है, जेडीयू की वहां पर क्या ताकत है? तो नीतीश कुमार इसके संयोजक बनेंगे। आईएनडीआईए के अलायंस में बहुत बड़ी भूमिका निभाएंगे। ऐसा नहीं है ये तो भ्रम फैलाया जा रहा है। कुछ लोग अति उत्साह में ऐसा भ्रम फैला रहे हैं। आईएनडीआईए अलायंस में नीतीश कुमार अगर रहे भी तो उनकी एक बहुत सीमित भूमिका है।
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि जब नीतीश कुमार महागठबंधन बनाए तो बिहार के पत्रकारों के नजर में यह घटना राष्ट्रीय स्तर की थी पर मैं उस समय से मैं एक बात कह रहा हूं कि बिहार में जो महागठबंधन बना है वो विशुद्ध रूप से बिहार की घटना है। इसका राष्ट्रीय स्तर पर कोई बहुत बड़ा प्रभाव नहीं पड़ेगा। नीतीश कुमार जो बिहार में महागठबंधन बनाए हैं, इसके पीछे कोई राष्ट्रीय स्तर की सोच नहीं है। सोच बस इतनी है कि 2024 में भाजपा जीतकर आए और मुझे हटाए उससे पहले मैं महागठबंधन बना लूं ताकि अगले विधानसभा तक मेरी कुर्सी बची रहे। ये विशुद्ध रूप से अपनी कुर्सी कैसे बची रहे, इस बात से प्रेरित है।