मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गांधी मैदान में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण किया। इससे पूर्व उन्होंने परेड का निरीक्षण किया। कॉमनवेल्थ खेलों के पदकवीरों को बधाई के साथ उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत की। वीरों को नमन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जनसंख्या पर प्रतिबंध लगाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने जातीय गणना के प्रति प्रतिबद्धता दोहराई। साथ ही राेजगार को लेकर कहा कि 10 लाख क्या, वे तो 20 लाख रोजगार के लिए कोशिश करेंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण को लेकर कहा कि बिहार में प्रजनन दर 2.9 प्रतिशत है। इसलिए यहां जनसंख्या नियंत्रण की जरूरत नहीं है। असली चीज है कि लोगों को पढ़ाएं। इससे जागरूकता आएगी। बालिका शिक्षा बढ़ेगी तो जनसंख्या वृहद्ध दर घटकर दो प्रतिशत पर आ जाएगी। इसके लिए कुछ करने की जरूरत नहीं है। चीन ने क्या किया? जनसंख्या घटने लगी तो अभी फिर से तीन प्रतिशत करना पड़ा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रोजगार को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता जताई। कहा कि नौकरी और रोजगार के लिए इतना काम कराएंगे कि 10 लाख क्या, इसे 20 लाख तक ले जाने की कोशिश करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे जितना भी खर्च लगे, बिहार में जाति आधारित गणना जरूर कराएंगे। इसकी तैयारी पूरी है। सभी जातियों की गणना होगी। उनकी आर्थिक स्थिति का भी आकलन करेंगे। चाहे किसी भी जाति का हो, सबका आकलन होगा कि कौन कितना गरीब है। इसके आधार पर आर्थिक सुधार की दिशा में काम करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो मांग करनी है, वो तो करते ही रहेंगे, लेकिन जो राज्य सरकार की जिम्मेदारी, वह अपने स्तर से करेंगे। समाज में सद्भाव और भाईचारे का माहौल रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आपदा की स्थिति से निबटने के लिए विद्यालयों में कई तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाते हैं। बच्चों को आपदाओं का सामना करने के तरीके बताए जा रहे हैं। उन्हें तैरना सिखाया जा रहा है। दिव्यांग बच्चों को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरा विश्व कोरोना से पीड़ित रहा है। बिहार में जांच और टीकाकरण का काम तेजी से चल रहा है। 14 करोड़ 75 लाख से अधिक कोरोना के टीके लगाए जा चुके हैं। अब तक कुल 12996 मृतकों के आश्रितों को सहायता राशि दी जा चुकी है। भवनों, सड़कों, पुल-पुलिया के मेंटेनेंस के लिए इंजीनियरों और कर्मचारियों की बड़ी संख्या में बहाली होगी।
सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र, ज्ञान भवन, बापू सभागार और सभ्यता द्वार की चर्चा भी उन्होंने की। बापू सभागार जितना बड़ा हाल देश में कहीं नहीं है। पटना में अंतरराष्ट्रीय स्तर का बिहार म्यूजियम बनाया गया। पटना म्यूजियम और बिहार म्यूजियम को भूमिगत मार्ग से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को बापू के योगदान की जानकारी हो, इसके लिए हर तरह का काम किया जा रहा है। महिला सशक्तीकरण के लिए हम लोग काम कर ही रहे हैं। पंचायतों में आरक्षण का असर दिख रहा है। सीएम ने जीविका समूह, बालिका शिक्षा की भी चर्चा की। महिलाओं के आरक्षण पर भी उन्होंने भाषण दिया।
सारस न्यूज, किशनगंज।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गांधी मैदान में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण किया। इससे पूर्व उन्होंने परेड का निरीक्षण किया। कॉमनवेल्थ खेलों के पदकवीरों को बधाई के साथ उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत की। वीरों को नमन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जनसंख्या पर प्रतिबंध लगाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने जातीय गणना के प्रति प्रतिबद्धता दोहराई। साथ ही राेजगार को लेकर कहा कि 10 लाख क्या, वे तो 20 लाख रोजगार के लिए कोशिश करेंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण को लेकर कहा कि बिहार में प्रजनन दर 2.9 प्रतिशत है। इसलिए यहां जनसंख्या नियंत्रण की जरूरत नहीं है। असली चीज है कि लोगों को पढ़ाएं। इससे जागरूकता आएगी। बालिका शिक्षा बढ़ेगी तो जनसंख्या वृहद्ध दर घटकर दो प्रतिशत पर आ जाएगी। इसके लिए कुछ करने की जरूरत नहीं है। चीन ने क्या किया? जनसंख्या घटने लगी तो अभी फिर से तीन प्रतिशत करना पड़ा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रोजगार को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता जताई। कहा कि नौकरी और रोजगार के लिए इतना काम कराएंगे कि 10 लाख क्या, इसे 20 लाख तक ले जाने की कोशिश करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे जितना भी खर्च लगे, बिहार में जाति आधारित गणना जरूर कराएंगे। इसकी तैयारी पूरी है। सभी जातियों की गणना होगी। उनकी आर्थिक स्थिति का भी आकलन करेंगे। चाहे किसी भी जाति का हो, सबका आकलन होगा कि कौन कितना गरीब है। इसके आधार पर आर्थिक सुधार की दिशा में काम करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो मांग करनी है, वो तो करते ही रहेंगे, लेकिन जो राज्य सरकार की जिम्मेदारी, वह अपने स्तर से करेंगे। समाज में सद्भाव और भाईचारे का माहौल रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आपदा की स्थिति से निबटने के लिए विद्यालयों में कई तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाते हैं। बच्चों को आपदाओं का सामना करने के तरीके बताए जा रहे हैं। उन्हें तैरना सिखाया जा रहा है। दिव्यांग बच्चों को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरा विश्व कोरोना से पीड़ित रहा है। बिहार में जांच और टीकाकरण का काम तेजी से चल रहा है। 14 करोड़ 75 लाख से अधिक कोरोना के टीके लगाए जा चुके हैं। अब तक कुल 12996 मृतकों के आश्रितों को सहायता राशि दी जा चुकी है। भवनों, सड़कों, पुल-पुलिया के मेंटेनेंस के लिए इंजीनियरों और कर्मचारियों की बड़ी संख्या में बहाली होगी।
सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र, ज्ञान भवन, बापू सभागार और सभ्यता द्वार की चर्चा भी उन्होंने की। बापू सभागार जितना बड़ा हाल देश में कहीं नहीं है। पटना में अंतरराष्ट्रीय स्तर का बिहार म्यूजियम बनाया गया। पटना म्यूजियम और बिहार म्यूजियम को भूमिगत मार्ग से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को बापू के योगदान की जानकारी हो, इसके लिए हर तरह का काम किया जा रहा है। महिला सशक्तीकरण के लिए हम लोग काम कर ही रहे हैं। पंचायतों में आरक्षण का असर दिख रहा है। सीएम ने जीविका समूह, बालिका शिक्षा की भी चर्चा की। महिलाओं के आरक्षण पर भी उन्होंने भाषण दिया।
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