सारस न्यूज, किशनगंज।
सरकार के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग क्षय रोग यानी टीबी की बीमारी के उन्मूलन के लिए वर्ष 2025 तक का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। स्वास्थ्य विभाग टीबी पीड़ित मरीज का समुचित इलाज सुनिश्चित करने के साथ इनका उचित पोषण उपलब्ध करवा रही है ताकि पोषण के अभाव में टीबी बीमारी के उन्मूलन का प्रयास विफल न हो। उक्त बातों की जानकारी देते हुए जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. देवेन्द्र कुमार ने बताया कि टीबी उन्मूलन के लिए सरकार टीबी के मरीजों को इलाज के दौरान 500 रुपये प्रति माह की मदद प्रदान कर रही है।
उन्होंने बताया कि प्राइवेट क्लिनिक पर इलाजरत यक्ष्मा मरीजों का निक्षय पोर्टल पर निबंधन करना अनिवार्य है। निक्षय पोर्टल पर अपलोड से मरीजों का सही आंकड़ा मिल सकेगा। निक्षय पोर्टल पर एंट्री को लेकर चिकित्सक को भी प्रत्येक मरीज के आउटकम पर 500 रुपये मिलने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि टीबी पर प्रभावी नियंत्रण और उन्मूलन के लिए सरकार ने एक नई योजना शुरू की है।
इसका उद्देश्य क्षय रोग से मुक्ति पाना है। नई योजना के तहत, सारथी के तौर पर निक्षय पोर्टल बनाया गया है। इसके माध्यम से प्रशासनिक स्तर पर ऑनलाइन निगरानी की जा रही है। पोर्टल के माध्यम से टीबी मरीजों और उनके इलाज से संबंधित सूचनाएं और इलाज से स्वास्थ्य में सुधार की जानकारियां दर्ज हो रही हैं। प्रतिदिन पोर्टल अपडेट किया जा रहा है। जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. देवेन्द्र कुमार ने बताया कि सरकार स्वास्थ्य विभाग एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के सार्थक प्रयासों से लोगों की मानसिकता में बदलाव आया है।
जिले में टीबी के मरीजों की संख्या एवं टीबी मरीजों की मृत्यु दर में भी में भी लगातार कमी आ रही है। पहले टीबी यानी क्षय रोग हो जाने से पीड़ितों को घृणा की दृष्टि से देखा जाता था। लेकिन वर्तमान में स्थिति ठीक विपरीत है।