जिला पदाधिकारी, सह-नोडल पदाधिकारी, जाति आधारित गणना, 2022 सह-प्रधान गणना पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने सभी कोषांग के नोडल पदाधिकारी के साथ समीक्षा बैठक समाहरणालय सभागार में किया। कहा है कि बिहार जाति आधारित गणना, 2022 का सफल क्रियान्वयन जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी स्टेकहोल्डर्स (हितधारक) सजग, तत्पर एवं सतर्क रहकर इस कार्य का संचालन करें।
विदित हो कि 7 प्रखंड और 4 नगर निकाय के चार्ज अफसर के स्तर से होने वाले जाति आधारित गणना के निमित ब्लॉकवार नियुक्त प्रगणक, पर्यवेक्षक को सभी प्रशिक्षण कराए जा चुके है। डीएम ने निर्देश दिया है कि सभी प्रगणक और पर्यवेक्षक मंगलवार को अपने निर्धारित क्षेत्र का भ्रमण करेंगे और भौतिक सत्याओं करना सुनिश्चित करेंगे। अपने प्रगणक ब्लॉक में मकान को चिन्हित कर सूचीकरण और नंबरीकरण की पूर्व तैयारी करते हुए नजरी नक्शा तैयार करना सुनिश्चित करेंगे। सभी प्रखंड/नगर निकाय के नियुक्त प्रगणक, पर्यवेक्षक क्षेत्र में रहेंगे, इसका अनुश्रवण सभी प्रखंड/नगर निकाय के वरीय प्रभारी पदाधिकारी को करने हेतु अपने अपने आवंटित प्रखंड/नगर निकाय में उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है। इसने शिथिलता बरतने पर कड़ी कार्रवाई हेतु अपर जिला गणना पदाधिकारी-सह-अपर समाहर्त्ता श्री अनुज कुमार को निर्देशित किया गया है। गौरतलब हो कि लगभग 700 आबादी का कार्य एक प्रगणक को सौंपा गया है। प्रत्येक पंचायत या नगर पालिका या नगर निकाय में यदि किसी वार्ड की आबादी 700 से कम होगी तो वहाँ एक प्रगणक और 700 से अधिक होने पर क्रमशः उप गणना ब्लॉक बनाते हुए प्रगणकों की नियुक्ति की गई है। प्रत्येक छः(6) प्रगणकों के लिए एक पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
डीएम ने कहा कि संक्षिप्त मकान सूची से संबंधित प्रपत्र में मकान सूचीकरण एवं नंबरीकरण के समय परिवारों की मकान सूचना संकलित की जानी है। इस सूचना के आधार पर मकान गणना के कार्य में घर-घर जाकर गणना का कार्य किया जायेगा, ताकि कोई परिवार या घर गणना के कार्य में नहीं छूटे। अतएव मंगलवार को भौतिक सत्यापन कर लें। यदि कोई समस्या हो को रिफ्रेशर प्रशिक्षण 4 और 5 जनवरी को आयोजित किया जाय। मौके पर अपर जिला गणना पदाधिकारी-सह-अपर समाहर्त्ता, अनुज कुमार ने कहा कि बिहार जाति आधारित गणना, 2022 निम्न दो चरणों में सम्पन्न होगीः- प्रथम चरण- मकान सूचीकरण- (i) गणना क्षेत्र का निर्धारण ( कार्य पूर्ण हो चुका है ) (ii) मकान नम्बरीकरण (iii) संक्षिप्त गृह पंजी को तैयार किया जाना।
द्वितीय चरण-वास्तविक गणना कार्य। उन्होंने ने कहा है की चार्ज स्तर पर कोषांगों को सक्रिय रखना है। पंचायत/शहरी निकायों के वार्डों को गणना हेतु प्रारंभिक इकाई (गणना ब्लॉक) माना गया है अर्थात वार्ड को गणना ब्लॉक के रूप में घोषित किया गया है। अगर किसी वार्ड की जनसंख्या 700 से अधिक है तो वैसी स्थिति में उपगणना ब्लॉक का निर्माण किया गया है। जनसंख्या में वार्षिक या दशकीय वृद्धि दर के आधार पर वर्तमान जनसंख्या का आकलन कर गणना ब्लॉक का गठन किया गया है। किशनगंज जिला अंतर्गत कुल 11 चार्ज (07 प्रखण्ड, 01 नगर परिषद तथा 03 नगर पंचायत ) में 1830 वार्ड है। कुल 11 चार्ज पदाधिकारी हैं। जिला-स्तरीय मास्टर ट्रेनर हैं। सभी चार्ज, फिल्ड ट्रेनर की नियुक्ति की संख्या 85 है। शहरी एवं ग्रामीण चार्जों को मिलाकर गणना खण्डों/गणना उप खण्डों की कुल संख्या 3952 है। एक प्रगणक को एक ही गणना ब्लॉक/उप गणना ब्लॉक में लगाया जाना है। प्रत्येक छः प्रगणकों पर एक पर्यवेक्षक की नियुक्ति की जानी है। इस प्रकार सभी चार्ज के कुल प्रगणकों की संख्या 3952 है। पर्यवेक्षकों की संख्या 660 है। पर्यवेक्षक प्रगणक से उच्च स्तर के कर्मी हैं। ये सभी चार्ज अधिकारी द्वारा नियुक्त हैं। डीएम ने निर्देश दिया है कि सभी प्रगणक फील्ड में गणना कार्य में जाते समय सर्वप्रथम गणना ब्लॉक/उप गणना ब्लॉक की पूर्ण पहचान कर लें। यदि इस संबंध में किसी तरह की परेशानी हो तो तत्काल उच्च अधिकारी से सहायता प्राप्त करें। 6 प्रगणक पर एक सुपरवाइजर नियुक्त है।डीएम ने सभी कार्यों के अनुश्रवण हेतु 1 से 2 पंचायत या अधिकतम 10 सुरवाइजर पर प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गणना क्षेत्र के प्रत्येक भवन एवं मकान चाहे वो पूर्ण आवासीय हों, आंशिक आवासीय हों या गैर आवासीय हों, का भ्रमण गणना कर्मियों द्वारा किया जाना अनिवार्य है। गणना क्षेत्र का निर्धारण गृह संख्या का निर्धारण एवं संक्षिप्त गृह पंजी तैयार करने को लेकर संबंधित पदाधिकारियों को दिए कई आवश्यक दिशा निर्देश। तदनुसार डीएम ने कम्युनिकेशन प्लान तैयार करने का निर्देश दिया है ताकि जिला स्तर से भी औचक रूप से वार्ता कर प्रगणक का वास्तविक लोकेशन पता किया जा सके।मंगलवार का भ्रमण आवश्यक रूप से करना है ताकि, पर्यवेक्षकों, प्रगणकों और सहायक प्रगणकों को उनके वार्ड के सीमांकन संबंधी जटिलताओं की कोई समस्या हो तो उसे संबंधित स्थल पर ही दुरुस्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि किसी भी गणना कर्मी को उनके प्रशिक्षण के दौरान ही पर्याप्त जानकारी उपलब्ध करा दी गई है, फिर भी यदि कोई कर्मी कुछ जानकारी प्राप्त करना चाहे तो 4 और 5 जनवरी को सभी चार्ज स्तर पर रिफ्रेशर ट्रेनिंग रखा जाय। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि प्रखंड स्तर पर गठित कोषांगों को बेहतर ढंग से सक्रिय करें। गणना से संबंधित सभी कार्यों के मॉनिटरिंग करने का निर्देश संबंधित वरीय पदाधिकारी को दी गई।
साथ ही साथ सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि गणना से संबंधित सभी कार्यों का भौतिक सत्यापन स्वयं करना भी सुनिश्चित करेंगे। संबंधित प्रखंडों/नगर निकाय के वरीय प्रभारी एवं नोडल पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि लगातार इसका अनुश्रवण करेंगे।
इस बैठक में अपर समाहर्त्ता, अनुज कुमार, जिला भू अर्जन पदाधिकारी संदीप कुमार एवं संबंधित पदाधिकारीगण मौजूद थे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
जिला पदाधिकारी, सह-नोडल पदाधिकारी, जाति आधारित गणना, 2022 सह-प्रधान गणना पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने सभी कोषांग के नोडल पदाधिकारी के साथ समीक्षा बैठक समाहरणालय सभागार में किया। कहा है कि बिहार जाति आधारित गणना, 2022 का सफल क्रियान्वयन जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी स्टेकहोल्डर्स (हितधारक) सजग, तत्पर एवं सतर्क रहकर इस कार्य का संचालन करें।
विदित हो कि 7 प्रखंड और 4 नगर निकाय के चार्ज अफसर के स्तर से होने वाले जाति आधारित गणना के निमित ब्लॉकवार नियुक्त प्रगणक, पर्यवेक्षक को सभी प्रशिक्षण कराए जा चुके है। डीएम ने निर्देश दिया है कि सभी प्रगणक और पर्यवेक्षक मंगलवार को अपने निर्धारित क्षेत्र का भ्रमण करेंगे और भौतिक सत्याओं करना सुनिश्चित करेंगे। अपने प्रगणक ब्लॉक में मकान को चिन्हित कर सूचीकरण और नंबरीकरण की पूर्व तैयारी करते हुए नजरी नक्शा तैयार करना सुनिश्चित करेंगे। सभी प्रखंड/नगर निकाय के नियुक्त प्रगणक, पर्यवेक्षक क्षेत्र में रहेंगे, इसका अनुश्रवण सभी प्रखंड/नगर निकाय के वरीय प्रभारी पदाधिकारी को करने हेतु अपने अपने आवंटित प्रखंड/नगर निकाय में उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है। इसने शिथिलता बरतने पर कड़ी कार्रवाई हेतु अपर जिला गणना पदाधिकारी-सह-अपर समाहर्त्ता श्री अनुज कुमार को निर्देशित किया गया है। गौरतलब हो कि लगभग 700 आबादी का कार्य एक प्रगणक को सौंपा गया है। प्रत्येक पंचायत या नगर पालिका या नगर निकाय में यदि किसी वार्ड की आबादी 700 से कम होगी तो वहाँ एक प्रगणक और 700 से अधिक होने पर क्रमशः उप गणना ब्लॉक बनाते हुए प्रगणकों की नियुक्ति की गई है। प्रत्येक छः(6) प्रगणकों के लिए एक पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
डीएम ने कहा कि संक्षिप्त मकान सूची से संबंधित प्रपत्र में मकान सूचीकरण एवं नंबरीकरण के समय परिवारों की मकान सूचना संकलित की जानी है। इस सूचना के आधार पर मकान गणना के कार्य में घर-घर जाकर गणना का कार्य किया जायेगा, ताकि कोई परिवार या घर गणना के कार्य में नहीं छूटे। अतएव मंगलवार को भौतिक सत्यापन कर लें। यदि कोई समस्या हो को रिफ्रेशर प्रशिक्षण 4 और 5 जनवरी को आयोजित किया जाय। मौके पर अपर जिला गणना पदाधिकारी-सह-अपर समाहर्त्ता, अनुज कुमार ने कहा कि बिहार जाति आधारित गणना, 2022 निम्न दो चरणों में सम्पन्न होगीः- प्रथम चरण- मकान सूचीकरण- (i) गणना क्षेत्र का निर्धारण ( कार्य पूर्ण हो चुका है ) (ii) मकान नम्बरीकरण (iii) संक्षिप्त गृह पंजी को तैयार किया जाना।
द्वितीय चरण-वास्तविक गणना कार्य। उन्होंने ने कहा है की चार्ज स्तर पर कोषांगों को सक्रिय रखना है। पंचायत/शहरी निकायों के वार्डों को गणना हेतु प्रारंभिक इकाई (गणना ब्लॉक) माना गया है अर्थात वार्ड को गणना ब्लॉक के रूप में घोषित किया गया है। अगर किसी वार्ड की जनसंख्या 700 से अधिक है तो वैसी स्थिति में उपगणना ब्लॉक का निर्माण किया गया है। जनसंख्या में वार्षिक या दशकीय वृद्धि दर के आधार पर वर्तमान जनसंख्या का आकलन कर गणना ब्लॉक का गठन किया गया है। किशनगंज जिला अंतर्गत कुल 11 चार्ज (07 प्रखण्ड, 01 नगर परिषद तथा 03 नगर पंचायत ) में 1830 वार्ड है। कुल 11 चार्ज पदाधिकारी हैं। जिला-स्तरीय मास्टर ट्रेनर हैं। सभी चार्ज, फिल्ड ट्रेनर की नियुक्ति की संख्या 85 है। शहरी एवं ग्रामीण चार्जों को मिलाकर गणना खण्डों/गणना उप खण्डों की कुल संख्या 3952 है। एक प्रगणक को एक ही गणना ब्लॉक/उप गणना ब्लॉक में लगाया जाना है। प्रत्येक छः प्रगणकों पर एक पर्यवेक्षक की नियुक्ति की जानी है। इस प्रकार सभी चार्ज के कुल प्रगणकों की संख्या 3952 है। पर्यवेक्षकों की संख्या 660 है। पर्यवेक्षक प्रगणक से उच्च स्तर के कर्मी हैं। ये सभी चार्ज अधिकारी द्वारा नियुक्त हैं। डीएम ने निर्देश दिया है कि सभी प्रगणक फील्ड में गणना कार्य में जाते समय सर्वप्रथम गणना ब्लॉक/उप गणना ब्लॉक की पूर्ण पहचान कर लें। यदि इस संबंध में किसी तरह की परेशानी हो तो तत्काल उच्च अधिकारी से सहायता प्राप्त करें। 6 प्रगणक पर एक सुपरवाइजर नियुक्त है।डीएम ने सभी कार्यों के अनुश्रवण हेतु 1 से 2 पंचायत या अधिकतम 10 सुरवाइजर पर प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गणना क्षेत्र के प्रत्येक भवन एवं मकान चाहे वो पूर्ण आवासीय हों, आंशिक आवासीय हों या गैर आवासीय हों, का भ्रमण गणना कर्मियों द्वारा किया जाना अनिवार्य है। गणना क्षेत्र का निर्धारण गृह संख्या का निर्धारण एवं संक्षिप्त गृह पंजी तैयार करने को लेकर संबंधित पदाधिकारियों को दिए कई आवश्यक दिशा निर्देश। तदनुसार डीएम ने कम्युनिकेशन प्लान तैयार करने का निर्देश दिया है ताकि जिला स्तर से भी औचक रूप से वार्ता कर प्रगणक का वास्तविक लोकेशन पता किया जा सके।मंगलवार का भ्रमण आवश्यक रूप से करना है ताकि, पर्यवेक्षकों, प्रगणकों और सहायक प्रगणकों को उनके वार्ड के सीमांकन संबंधी जटिलताओं की कोई समस्या हो तो उसे संबंधित स्थल पर ही दुरुस्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि किसी भी गणना कर्मी को उनके प्रशिक्षण के दौरान ही पर्याप्त जानकारी उपलब्ध करा दी गई है, फिर भी यदि कोई कर्मी कुछ जानकारी प्राप्त करना चाहे तो 4 और 5 जनवरी को सभी चार्ज स्तर पर रिफ्रेशर ट्रेनिंग रखा जाय। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि प्रखंड स्तर पर गठित कोषांगों को बेहतर ढंग से सक्रिय करें। गणना से संबंधित सभी कार्यों के मॉनिटरिंग करने का निर्देश संबंधित वरीय पदाधिकारी को दी गई।
साथ ही साथ सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि गणना से संबंधित सभी कार्यों का भौतिक सत्यापन स्वयं करना भी सुनिश्चित करेंगे। संबंधित प्रखंडों/नगर निकाय के वरीय प्रभारी एवं नोडल पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि लगातार इसका अनुश्रवण करेंगे।
इस बैठक में अपर समाहर्त्ता, अनुज कुमार, जिला भू अर्जन पदाधिकारी संदीप कुमार एवं संबंधित पदाधिकारीगण मौजूद थे।
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