बिहार में मानसून की सक्रियता अचानक बढ़ गई है। खासकर गंगा के तटीय इलाके में अगले दो दिनों तक भारी बारिश के आसार हैं। मौसम विज्ञान विभाग के इस अलर्ट ने बिहार सरकार खासकर पटना के जिला प्रशासन की चिंता कई गुना बढ़ा दी है। ऐसा इसलिए क्योंकि गंगा पहले ही बिहार में खतरे के निशान को पार कर चुकी है। गंगा में यमुना, केन, बेतवा, सोन आदि नदियों के रास्ते पानी का आना अब भी जारी है। ऐसे में अगर बिहार में अधिक बारिश होती है, तो बाढ़ के हालात पैदा हो सकते हैं। पटना शहर के लोग तीन साल पहले जैसे हालात याद करने लगे हैं।
इन सभी जिलों में भारी बारिश की चेतावनी मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार प्रदेश में अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर बिहार के 12 जिलों के पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सिवान, सुपौल , अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा, भागलपुर, बांका जिले के एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ भारी वर्षा की चेतावनी है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना की ओर से इन जगहों पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है। प्रदेश के पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर एवं बांका जिले में सोमवार को भारी वर्षा का पूर्वानुमान है। वहीं मानसून ट्रफ हिमालय के तलहटी भागों से गुजर रही है जबकि चक्रवाती परिसंचरण का क्षेत्र दक्षिण पश्चिम बिहार व इसके आसपास इलाकों में स्थित है। इनके प्रभाव से प्रदेश के दक्षिणी भागों में मेघ गर्जन, वज्रपात तो उत्तर बिहार के कुछ जिलों में बहुत भारी वर्षा की चेतावनी है। शनिवार को बक्सर के ब्रह्मपुर में 24.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई। वहीं बक्सर में 6.78, बिक्रम में 2.4, कुदरा में 1.8, पटना में 1.4 एवं त्रिवेणी में 0.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई। राजधानी के अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री ऊपर चढऩे के साथ 34.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं 38.1 डिग्री सेल्सियस के साथ कटिहार प्रदेश का सबसे गर्म शहर रहा।
बिहार के प्रमुख शहरों का तापमान
पटना 34.8
गया 34.7
भागलपुर 37.6
मुजफ्फरपुर 34.6
नवादा 36.6
कटिहार 38.1
दरभंगा 36.8
वैशाली 27.7
औरंगाबाद 34.2
(अधिकतम तापमान डिग्री सेल्सियस में)