सारस न्यूज, वेब डेस्क।
बिहार में जातीय गणना का डाटा एंट्री का काम पूरा हो गया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने आधिकारिक सूत्रों से बुधवार को बताया कि जाति आधारित गणना के दूसरे चरण में प्रगणकों द्वारा एकत्र की गई जानकारियों को बीजागा (बिहार जाति आधारित गणना) एप द्वारा अपलोड कर दिया गया है। अब इन आंकड़ों का विश्लेषण किया जाएगा। इसके लिए बेलट्रॉन के विशेषज्ञों की सेवा ली जाएगी। मुख्य सचिव आमिर सुहानी ने बुधवार शाम जाति आधारित गणना से जुड़े कार्यों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की और जरूरी निर्देश भी दिए।
जातीय गणना में पटना जिले में 13 लाख 69 हजार से अधिक परिवार चिह्नित हुए हैं। प्रथम चरण की गणना के मुताबिक पटना जिले की जनसंख्या 73 लाख 52 हजार 729 है। इसी आधार पर दूसरे चरण की गणना मोबाइल एप से की गई। कुल 17 प्रकार की जानकारियां ली गईं। पटना जिले में 3532 ऐसे परिवार भी शामिल हैं, जिनका कोई स्थायी निवास नहीं है।
बता दें कि बिहार में जातिगत गणना का काम जनवरी 2023 में शुरू हुआ था। जनवरी महीने में पहला चरण होने के बाद, अप्रैल में दूसरा चरण आयोजित किया गया। इस बीच पटना हाईकोर्ट ने गणना पर अस्थायी रोक भी लगाई। हालांकि, बाद में रोक हट गई और अब तेजी से इस पर काम चल रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही सरकार जातिगत गणना के आंकड़े सार्वजनिक करेगी।