बिहार शिक्षा विभाग अगले शैक्षणिक सत्र कक्षा एक से आठवीं तक के विद्यार्थियों को किताबों के पैसे नहीं, बल्कि मुफ्त में किताबें दी जाएगी। बच्चों को स्कूल में किताब उपलब्ध कराने की जवाबदेही तय की जा रही है। किताबों के प्रकाशन और उसके वितरण की एजेंसी तय करने 47 निविदा आयी हैं। विभाग ने तय कर लिया है कि वह 1.27 करोड़ किताबें छपवायेगा। किताब छपवाने निविदाएं मंगलवार को खोली गयी हैं। जल्दी एजेंसी का चयन हो जाने के बाद किताबों की छपाई शुरू हो जायेगी। अगले शैक्षणिक सत्र शुरू होते ही अप्रैल में अनुमानित नामांकित बच्चों को किताबें बांटी जायेंगी।
शिक्षा विभाग का मानना है कि वर्तमान व्यवस्था के तहत किताब खरीदने के लिए जो पैसा छात्र-छात्राओं को दिया जाता है। उसका अभिभावक दूसरे कामों में इस्तेमाल कर लेते हैं। इसलिए शिक्षा विभाग ने किताब छपवा कर बच्चों को देने का निर्णय लिया है।
सारस न्यूज टीम, बिहार।
बिहार शिक्षा विभाग अगले शैक्षणिक सत्र कक्षा एक से आठवीं तक के विद्यार्थियों को किताबों के पैसे नहीं, बल्कि मुफ्त में किताबें दी जाएगी। बच्चों को स्कूल में किताब उपलब्ध कराने की जवाबदेही तय की जा रही है। किताबों के प्रकाशन और उसके वितरण की एजेंसी तय करने 47 निविदा आयी हैं। विभाग ने तय कर लिया है कि वह 1.27 करोड़ किताबें छपवायेगा। किताब छपवाने निविदाएं मंगलवार को खोली गयी हैं। जल्दी एजेंसी का चयन हो जाने के बाद किताबों की छपाई शुरू हो जायेगी। अगले शैक्षणिक सत्र शुरू होते ही अप्रैल में अनुमानित नामांकित बच्चों को किताबें बांटी जायेंगी।
शिक्षा विभाग का मानना है कि वर्तमान व्यवस्था के तहत किताब खरीदने के लिए जो पैसा छात्र-छात्राओं को दिया जाता है। उसका अभिभावक दूसरे कामों में इस्तेमाल कर लेते हैं। इसलिए शिक्षा विभाग ने किताब छपवा कर बच्चों को देने का निर्णय लिया है।
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