सारस न्यूज टीम, भागलपुर।
भागलपुर के विक्रमशिला सेतु के समानांतर बनने वाले पुल का काम बारिश के बाद शुरू होगा। पुल बनाने के लिए एजेंसी का चयन कर लिया गया है। ऐसी उम्मीद जताई जा है कि सितंबर माह के बाद सेतु का निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि विक्रमशिला सेतु के समानांतर बनने वाले पुल की घोषणा प्रधानमंत्री की ओर से घोषित बिहार पैकेज में की गई थी। यह पुल 4 लेन का होगा। चयनित एजेंसी ने इस पुल को बनाने के लिए 995 करोड़ की बोली लगाई।
पुल निर्माण का कार्य चार साल में पूरा कर लिया जाएगा। 4.367 किमी लंबे इस पुल में 68 पिलर होंगे। पुल के निर्माण के लिए 21.3 हेक्टेयर भूमि की जरूरत थी, जिसे राज्य सरकार ने पूर्व में ही उपलब्ध करा दिया है। पुल के लिए 2.2 हेक्टेयर सरकारी भूखंड उपलब्ध था। बाकी 19.1 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण राज्य सरकार ने अपने कोष से किया है। बनने वाले इस पुल के नीचे से पानी का जहाज आसानी से पार कर जाए, इसके लिए इनलैंड वाटरवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया की आवश्यकता के अनुरूप पर्याप्त चौड़ा स्पेस दिया जाएगा। इसका स्पैन 100 मीटर लंबा होगा।
यह 4 लेन पुल वर्तमान विक्रमशिला सेतु के पूरब में 50 मीटर डाउनस्ट्रीम में बनेगा। नवगछिया से भागलपुर सड़क को भारत सरकार द्वारा नया नेशनल हाईवे संख्या 131(बी ) के रूप में अधिसूचित किया गया है। इसके साथ ही सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने भागलपुर से हंसडीहा पथ को भी राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में अधिसूचित किया है। इस प्रकार नवगछिया से भागलपुर होते हुए झारखंड की सीमा तक नया राष्ट्रीय राजमार्ग बनेगा, जिसमें 4 लेन पुल भी शामिल है। इस पुल के बन जाने से उत्तर बिहार के सीमांचल का झारखंड के साथ सड़क संपर्क तो सुगम होगा ही, साथ ही पश्चिम बंगाल से भी कनेक्टिविटी बढ़ेगी।
इस संबंध में पथ निर्माण विभाग के मंत्री नितिन नवीन ने बताया कि विक्रमशिला सेतु के समानांतर बनने वाले नए पुल के निर्माण का रास्ता साफ हो गया। चयनित एजेंसी जल्द ही निर्माण कार्य शुरू करेगी। पुल निर्माण करने वाली एजेंसी 10 सालों तक इसका रखरखाव भी करेगी।