सारस न्यूज टीम, बिहार।
बिहार में सरकार बदलते ही राष्ट्रीय स्वाभिमान के उत्सव पर भी राजनीति शुरू हो गई है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि राज्य में महागठबंधन की सरकार बनते ही आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर आयोजित अमृत महोत्सव कार्यक्रम पर रोक लगाने की कोशिश की जा रही है। भाजपा नेताओं ने कहा कि सरकार बदलते ही क्या तिरंगा फहराने पर रोक लग जाएगी?
रविवार को भाजपा कार्यालय के अटल सभागार में पूर्व मंत्री नितिन नवीन ने प्रेस अब बात की। उन्होंने कहा, देश के साथ बिहार में भी आजादी का अमृत महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। लोगों को देश की आजादी का महत्व बताया जा है।
पूर्व मंत्री ने कहा इसी कड़ी में पिछले दिनों उन्होंने स्कूली बच्चों के बीच आजादी के संदेश को प्रचारित करने लिए स्कूलों के साथ बैठक की। जिसके बाद छह अगस्त को एक पत्र जारी किया गया। जिसमें शिक्षा विभाग के सहयोग से स्कूलों में अमृत महोत्सव मनाए जाने की बात थी।
अमृत महोत्सव के कार्यक्रम पर रोक लगा रही सरकार : नितिन सरकारी पत्र का हवाला देकर पूर्व मंत्री ने लगाया आरोपपूर्व मंत्री ने कहा लेकिन सरकार बदलते ही 12 अगस्त को एक नया आदेश जारी किया गया। जिसमें राज्य में कोविड का हवाला देकर किसी भी प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम पर रोक लगाने की बात कही गई है। नितिन नवीन ने कहा कि राज्य में कोविड के केस लगातार कम हुए हैं। बीते 15 दिनों में औसतन 120 से 130 केस ही मिल रहे हैं।
हकीकत यह है। कि सरकार देश की आजादी का पर्व मनाने लोगों के तिरंगा फहराने पर रोक लगाने की कोशिश कर रही है। एक प्रश्न पर पूर्व मंत्री नितिन ने कहा इस राज्य में। बेरोजगारी बढ़ने वाली है। तेजस्वी यादव 10 लाख लोगों को रोजगार देने की बात कर रहे हैं। पर राज्य में कम से कम 10 लाख रोजगार छीनने वाले हैं।
