भारत मुक्ति मोर्चा अपने 14 सूत्री मांगों के समर्थन में लगातार चरणबद्ध आंदोलन कर रही है। इसी कड़ी में मंगलवार को एक दिवसीय भूख हड़ताल कर सदस्यों ने विरोध जताया। भारत मुक्ति मोर्चा के जिला संयोजक राजेन्द्र पासवान ने कहा कि देश आज आजादी का 75वां अमृत महोत्सव मना रही है। जबकि आज भी देश की 12 करोड़ घुमंतू जनजाति को आशियाना नसीब नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पूरी तरह संविधान को तोड़ मरोड़कर आरएसएस के एजेंडे को देश मे लागू करने पर आमादा है।
उन्होंने कहा कि देश बाबा साहेब अंबेडकर के बनाए संविधान समानता के अधिकार के साथ ही चलेगा। चाहे भाजपा सरकार कितनी भी ताकत लगा ले। उन्होंने कहा कि 21 अगस्त को कानपुर में बामसेफ एवं राष्ट्रीय मूल निवासी संघ का 37वां राज्य अधिवेशन निर्धारित था। लेकिन भाजपा नीत उत्तरप्रदेश सरकार के इशारे पर कतिपय उच्च वर्ग के बाहुबली एवं अधिकारियों ने इस अधिवेशन को रोकने की हरसंभव प्रयास किया।
पूरे शहर में धारा 144 लागू कर कार्यक्रम स्थल को छावनी में तब्दील कर दिया गया। कहा कि अब दलित वंचित अपने अधिकार के प्रति जागरूक हैं। इसे दबाने की हर कोशिश बेकार साबित होगी। सादिक अख्तर, गणेश पासवान, मोहम्मद इजहार आलम, राम दास, रमजान अली, प्रदीप, मंगलू अंसारी, शौकीन रजा, नरेश सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
सारस न्यूज टीम, किशनगंज।
भारत मुक्ति मोर्चा अपने 14 सूत्री मांगों के समर्थन में लगातार चरणबद्ध आंदोलन कर रही है। इसी कड़ी में मंगलवार को एक दिवसीय भूख हड़ताल कर सदस्यों ने विरोध जताया। भारत मुक्ति मोर्चा के जिला संयोजक राजेन्द्र पासवान ने कहा कि देश आज आजादी का 75वां अमृत महोत्सव मना रही है। जबकि आज भी देश की 12 करोड़ घुमंतू जनजाति को आशियाना नसीब नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पूरी तरह संविधान को तोड़ मरोड़कर आरएसएस के एजेंडे को देश मे लागू करने पर आमादा है।
उन्होंने कहा कि देश बाबा साहेब अंबेडकर के बनाए संविधान समानता के अधिकार के साथ ही चलेगा। चाहे भाजपा सरकार कितनी भी ताकत लगा ले। उन्होंने कहा कि 21 अगस्त को कानपुर में बामसेफ एवं राष्ट्रीय मूल निवासी संघ का 37वां राज्य अधिवेशन निर्धारित था। लेकिन भाजपा नीत उत्तरप्रदेश सरकार के इशारे पर कतिपय उच्च वर्ग के बाहुबली एवं अधिकारियों ने इस अधिवेशन को रोकने की हरसंभव प्रयास किया।
पूरे शहर में धारा 144 लागू कर कार्यक्रम स्थल को छावनी में तब्दील कर दिया गया। कहा कि अब दलित वंचित अपने अधिकार के प्रति जागरूक हैं। इसे दबाने की हर कोशिश बेकार साबित होगी। सादिक अख्तर, गणेश पासवान, मोहम्मद इजहार आलम, राम दास, रमजान अली, प्रदीप, मंगलू अंसारी, शौकीन रजा, नरेश सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
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