बिहार के पंचायत चुनाव के नतीजों में एक शर्मनाक वाकया सामने आया, जब एक मृत व्यक्ति को विजेता घोषित कर दिया गया। इस मामले में चुनाव अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। दरअसल, यह मामला बिहार के जमुई जिला का है, जब बिहार के जमुई जिले में हुए पंचायत चुनाव के नतीजे घोषित किए जा रहे थे। इसमें खैरा ब्लॉक के दीपकरहर गांव में वार्ड संख्या 02 से सोहन मुर्मू को विजेता घोषित किया गया। लेकिन काफी खोजबीन के बाद सोहन मुर्मू सामने नहीं आए।
खैरा के बीडीओ राघवेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि पूछताछ करने पर पता चला कि मतदान संपन्न होने से 15 दिन पहले 6 नवंबर को ही मुर्मू की मौत हो गई थी। ये गांव झारखंड की सीमा पर है, जहां मुख्य रूप से आदिवासी निवास करते हैं।
विशेष संवाददाता, सारस न्यूज़।
बिहार के पंचायत चुनाव के नतीजों में एक शर्मनाक वाकया सामने आया, जब एक मृत व्यक्ति को विजेता घोषित कर दिया गया। इस मामले में चुनाव अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। दरअसल, यह मामला बिहार के जमुई जिला का है, जब बिहार के जमुई जिले में हुए पंचायत चुनाव के नतीजे घोषित किए जा रहे थे। इसमें खैरा ब्लॉक के दीपकरहर गांव में वार्ड संख्या 02 से सोहन मुर्मू को विजेता घोषित किया गया। लेकिन काफी खोजबीन के बाद सोहन मुर्मू सामने नहीं आए।
खैरा के बीडीओ राघवेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि पूछताछ करने पर पता चला कि मतदान संपन्न होने से 15 दिन पहले 6 नवंबर को ही मुर्मू की मौत हो गई थी। ये गांव झारखंड की सीमा पर है, जहां मुख्य रूप से आदिवासी निवास करते हैं।
Leave a Reply