इस वर्ष टाटा टेक की मदद से 60 सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआइ) में उद्योग क्षेत्र की जरूरत के हिसाब से प्रशिक्षण देने का कार्य आरंभ होगा। इसके लिए टाटा टेक के विशेषज्ञोंं की टीम ने चयनित आइटीआइ को सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाने की योजना का क्रियान्वयन आरंभ कर दिया है। अगस्त तक चयनित आइटीआइ को सेंटर आफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित करने का लक्ष्य है। वैसे तो सभी 149 आइटीआइ को सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाने के लिए 5436 करोड़ रुपये की योजना है, लेकिन पहले चरण में टाटा टेक और बिहार सरकार संयुक्त रूप से 22 सौ करोड़ रुपये निवेश करने जा रही है। इसमें टाटा टेक 88 प्रतिशत और सरकार 12 प्रतिशत हिस्सा है।
दूसरे चरण मेंं 89 आइटीआइ को किया जाएगा विकसित
बिहार के श्रम संसाधन मंत्री जीवेश कुमार ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में पहले चरण में 60 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाने का काम शुरू हो गया है। टाटा टेक के विशेषज्ञों की टीम ने चयनित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में अपना कार्य आरंभ कर दिया है। इसके दूसरे चरण में अगले वर्ष 89 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को विकसित किया जाएगा।
इस वर्ष टाटा टेक की मदद से 60 सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआइ) में उद्योग क्षेत्र की जरूरत के हिसाब से प्रशिक्षण देने का कार्य आरंभ होगा। इसके लिए टाटा टेक के विशेषज्ञोंं की टीम ने चयनित आइटीआइ को सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाने की योजना का क्रियान्वयन आरंभ कर दिया है। अगस्त तक चयनित आइटीआइ को सेंटर आफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित करने का लक्ष्य है। वैसे तो सभी 149 आइटीआइ को सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाने के लिए 5436 करोड़ रुपये की योजना है, लेकिन पहले चरण में टाटा टेक और बिहार सरकार संयुक्त रूप से 22 सौ करोड़ रुपये निवेश करने जा रही है। इसमें टाटा टेक 88 प्रतिशत और सरकार 12 प्रतिशत हिस्सा है।
दूसरे चरण मेंं 89 आइटीआइ को किया जाएगा विकसित
बिहार के श्रम संसाधन मंत्री जीवेश कुमार ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में पहले चरण में 60 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाने का काम शुरू हो गया है। टाटा टेक के विशेषज्ञों की टीम ने चयनित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में अपना कार्य आरंभ कर दिया है। इसके दूसरे चरण में अगले वर्ष 89 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को विकसित किया जाएगा।
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