सीमांचल सहित पश्चिम बंगाल व उत्तर भारत के क्षेत्र के लाखों लोगों के लिए रेलवे एक अच्छी खबर लेकर आई है। रेलवे बोर्ड ने कटिहार रेल मंडल के कटिहार-कुमेदपुर और कटिहार-मुकुरिया रेलखंड का दोहरीकरण का मंजूरी दे दी है। इससे सीमांचल के कटिहार, किशनगंज, पूर्णिया, अररिया के अलावा पश्चिम बंगाल के मालदा, रायगंज, सिलीगुड़ी, दार्जिलिंग, एनजेपी, कालियागंज के साथ-साथ पूर्वोत्तर के असम, त्रिपुरा, मणिपुर, मेघालय, अरूणाचल प्रदेश, मिजोरम तक के लोगों को ट्रेन की यात्रा करने में समय में कमी होगी।
इस संबंध में पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी (सीपीआरओ) सब्यसाची डे ने बताया कि कटिहार- कुमेदपुर और कटिहार-मुकुरिया के बीच रेल लाइन के दोहरीकरण को मंजूरी देते हुए इसके त्वरित कार्यान्वयन के लिए पर्याप्त धनराशि आवंटित की गई है। इन लाइनों के दोहरीकरण को केंद्रीय बजट 2020-21 में शामिल किया गया था। 64.14 किलोमीटर लंबे इस दोहरीकरण परियोजना के लिए 942.64 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।
कटिहार- कुमेदपुर तक का विस्तार 29.53 किलोमीटर और कटिहार-मुकुरिया तक का विस्तार 34.61 किलोमीटर है। सीपीआरओ ने बताया कि कटिहार व मालदा टाउन से डिब्रुगढ़ तक का रेल मार्ग पू. सी. रेल प्रणाली का मुख्य कार्डिनल मार्ग है । यह महत्वपूर्ण रेल मार्ग सात राज्यों वाले पूर्वोत्तर क्षेत्र को भारत के शेष राज्यों से जोड़ता है। कटिहार-कुमेदपुर और कटिहार-मुकुरिया लाइनों के दोहरीकरण का कार्य पूरा होने पर कटिहार से पूर्वोत्तर राज्यों तक चार लाइनों की कनेक्टिविटी होगी।
इससे भारत के अन्य हिस्सों के साथ पूर्वोत्तर राज्यों के लिए रेल यातायात की बेहतर गतिशीलता में मदद मिलेगी। इससे भारत के पूर्वी बंदरगाह के साथ पड़ोसी देशों यानी नेपाल के लिए रेल यातायात की बेहतर आवाजाही में मदद मिलेगी।
सारस न्यूज टीम, कटिहार।
सीमांचल सहित पश्चिम बंगाल व उत्तर भारत के क्षेत्र के लाखों लोगों के लिए रेलवे एक अच्छी खबर लेकर आई है। रेलवे बोर्ड ने कटिहार रेल मंडल के कटिहार-कुमेदपुर और कटिहार-मुकुरिया रेलखंड का दोहरीकरण का मंजूरी दे दी है। इससे सीमांचल के कटिहार, किशनगंज, पूर्णिया, अररिया के अलावा पश्चिम बंगाल के मालदा, रायगंज, सिलीगुड़ी, दार्जिलिंग, एनजेपी, कालियागंज के साथ-साथ पूर्वोत्तर के असम, त्रिपुरा, मणिपुर, मेघालय, अरूणाचल प्रदेश, मिजोरम तक के लोगों को ट्रेन की यात्रा करने में समय में कमी होगी।
इस संबंध में पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी (सीपीआरओ) सब्यसाची डे ने बताया कि कटिहार- कुमेदपुर और कटिहार-मुकुरिया के बीच रेल लाइन के दोहरीकरण को मंजूरी देते हुए इसके त्वरित कार्यान्वयन के लिए पर्याप्त धनराशि आवंटित की गई है। इन लाइनों के दोहरीकरण को केंद्रीय बजट 2020-21 में शामिल किया गया था। 64.14 किलोमीटर लंबे इस दोहरीकरण परियोजना के लिए 942.64 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।
कटिहार- कुमेदपुर तक का विस्तार 29.53 किलोमीटर और कटिहार-मुकुरिया तक का विस्तार 34.61 किलोमीटर है। सीपीआरओ ने बताया कि कटिहार व मालदा टाउन से डिब्रुगढ़ तक का रेल मार्ग पू. सी. रेल प्रणाली का मुख्य कार्डिनल मार्ग है । यह महत्वपूर्ण रेल मार्ग सात राज्यों वाले पूर्वोत्तर क्षेत्र को भारत के शेष राज्यों से जोड़ता है। कटिहार-कुमेदपुर और कटिहार-मुकुरिया लाइनों के दोहरीकरण का कार्य पूरा होने पर कटिहार से पूर्वोत्तर राज्यों तक चार लाइनों की कनेक्टिविटी होगी।
इससे भारत के अन्य हिस्सों के साथ पूर्वोत्तर राज्यों के लिए रेल यातायात की बेहतर गतिशीलता में मदद मिलेगी। इससे भारत के पूर्वी बंदरगाह के साथ पड़ोसी देशों यानी नेपाल के लिए रेल यातायात की बेहतर आवाजाही में मदद मिलेगी।
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