सिविल सर्जन डाक्टर कौशल किशोर की अध्यक्षता में शनिवार को स्वास्थ्य समिति की सभागार में वित्तीय वर्ष 2022-23 की बजट को लेकर बैठक हुई। बैठक में कुल 37 करोड़ 78 लाख 26 हजार 296 रुपये का बजट पारित किया गया। सिविल सर्जन ने प्रखंडवार बजट पर मातृत्व स्वास्थ्य, शिशु स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, किशोर-किशोरी कार्यक्रम, वेक्टर जनित रोग, टीबी नियत्रंण, अंधापन, गैर संचारी रोग, एएनसी जांच, टीकाकरण, संस्थागत प्रसव एवं अस्पताल में प्रसव से जुड़ी सेवाओं की समीक्षा की।
जिले में मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने, डिलीवरी के दौरान व इसके तत्काल बाद जच्चा-बच्चा को बेहतर स्वास्थ्य देखभाल की सुविधा पर विशेष ध्यान देने का निर्देश सिविल सर्जन ने दिया। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को जानकारी देते हुए कहा सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में सभी बीमारियों की दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।आवश्यकतानुसार दवा का उठाव सुनिश्चित करने को कहा। सीएस नर बजट के अनुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को खर्च के लिए दी गई राशि की समीक्षा भी किया।
जिला स्वास्थ्य समिति के लिए वर्ष 2022-23 के लिए कुल बजट 37.78 करोड़ :
सिविल सर्जन ने जिला स्वास्थ्य समिति के लिए वित्तीय वर्ष 2022 -23 के लिए कुल 37 करोड़ 78 लाख 26 हजार 296 रुपये का बजट पारित किया। कुल बजट को पांच भागो में विभाजित किया गया है। जिसमे आरसीएच के लिए 14 करोड़ , एनडीसीपि के लिए 17 करोड़ , एनसीडी के लिए 8 करोड़ , राष्टीय शहरी स्वस्थ मिशन के 90 हजार , स्वास्थ्य प्रणाली की मजबूती के लिए 21 करोड़ से ज्यादा के बजट का प्रावधान किया गया है । उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं व्ययन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि पूरी पारदर्शिता बरतते हुए राशि को खर्च करें। जरूरी खर्च में कोई कोताही नहीं करें। उन्होंने कहा कि गत वर्ष की अपेक्षा इस बार अधिक आवंटन भी प्राप्त हुआ है। उन्होंने जिले में कालाजार, टीबी, भ्रूण हत्या आदि के नियंत्रण के लिए कारगर कार्रवाई करने पर बल दिया।
बैठक में सिविल सर्जन डॉ. कौशल किशोर , जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. देवेन्द्र कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंन्धक डॉ. मुनाज़िम, जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ,प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंन्धक , सामुदायिक उत्प्रेरक एवं लेखापाल उपस्थित थे।
सारस न्यूज टीम, किशनगंज।
सिविल सर्जन डाक्टर कौशल किशोर की अध्यक्षता में शनिवार को स्वास्थ्य समिति की सभागार में वित्तीय वर्ष 2022-23 की बजट को लेकर बैठक हुई। बैठक में कुल 37 करोड़ 78 लाख 26 हजार 296 रुपये का बजट पारित किया गया। सिविल सर्जन ने प्रखंडवार बजट पर मातृत्व स्वास्थ्य, शिशु स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, किशोर-किशोरी कार्यक्रम, वेक्टर जनित रोग, टीबी नियत्रंण, अंधापन, गैर संचारी रोग, एएनसी जांच, टीकाकरण, संस्थागत प्रसव एवं अस्पताल में प्रसव से जुड़ी सेवाओं की समीक्षा की।
जिले में मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने, डिलीवरी के दौरान व इसके तत्काल बाद जच्चा-बच्चा को बेहतर स्वास्थ्य देखभाल की सुविधा पर विशेष ध्यान देने का निर्देश सिविल सर्जन ने दिया। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को जानकारी देते हुए कहा सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में सभी बीमारियों की दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।आवश्यकतानुसार दवा का उठाव सुनिश्चित करने को कहा। सीएस नर बजट के अनुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को खर्च के लिए दी गई राशि की समीक्षा भी किया।
जिला स्वास्थ्य समिति के लिए वर्ष 2022-23 के लिए कुल बजट 37.78 करोड़ :
सिविल सर्जन ने जिला स्वास्थ्य समिति के लिए वित्तीय वर्ष 2022 -23 के लिए कुल 37 करोड़ 78 लाख 26 हजार 296 रुपये का बजट पारित किया। कुल बजट को पांच भागो में विभाजित किया गया है। जिसमे आरसीएच के लिए 14 करोड़ , एनडीसीपि के लिए 17 करोड़ , एनसीडी के लिए 8 करोड़ , राष्टीय शहरी स्वस्थ मिशन के 90 हजार , स्वास्थ्य प्रणाली की मजबूती के लिए 21 करोड़ से ज्यादा के बजट का प्रावधान किया गया है । उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं व्ययन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि पूरी पारदर्शिता बरतते हुए राशि को खर्च करें। जरूरी खर्च में कोई कोताही नहीं करें। उन्होंने कहा कि गत वर्ष की अपेक्षा इस बार अधिक आवंटन भी प्राप्त हुआ है। उन्होंने जिले में कालाजार, टीबी, भ्रूण हत्या आदि के नियंत्रण के लिए कारगर कार्रवाई करने पर बल दिया।
बैठक में सिविल सर्जन डॉ. कौशल किशोर , जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. देवेन्द्र कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंन्धक डॉ. मुनाज़िम, जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ,प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंन्धक , सामुदायिक उत्प्रेरक एवं लेखापाल उपस्थित थे।
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