सारस न्यूज, किशनगंज।
सड़क दुर्घटना में घायल पीड़ितों की मदद करने वाले गुड सेमेरिटन को अब राज्य सरकार दस हजार रुपये की पुरस्कार राशि देगी। अभी तक चुने गए गुड सेमेरिटन को पांच हजार रुपये दिए जाने का प्रावधान था। बुधवार को मुख्य सचिवालय स्थित सभागार में बिहार सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में इस बात का निर्णय लिया गया।
परिवहन मंत्री शीला कुमारी ने कहा कि सड़क दुर्घटना के बाद अगर घायलों को समय से अस्पताल पहुंचा दिया जाए तो बड़ी संख्या में लोगों की जान बचाई जा सकती है।आवश्यकता है कि लोग पीड़ितों की मदद करने के लिए आगे आएं। ऐसे लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए ही परिवहन विभाग ने सम्मान राशि को पांच हजार से बढ़ाकर दस हजार रुपये करने का निर्णय लिया है।
बैठक के दौरान परिवहन मंत्री ने एनएचआइ के प्रतिनिधियों को निर्देश दिया कि बसावट वाले क्षेत्रों से गुजरने वाले नेशनल हाईवे (एनएच) के किनारे सुरक्षात्मक ग्रिल लगाए जाएं। जिलों में अब जहां भी बस पड़ाव का निर्माण हो, वहां मॉडल लघु शौचालय के साथ यथासंभव पेयजल की भी सुविधा देने का निर्देश मंत्री ने अधिकारियों को दिया। राज्य परिवहन आयुक्त बी. कार्तिकेय धनजी ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिए बताया कि सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण ओवर स्पीड और गलत दिशा में वाहन चलाना है।
ओवर स्पीड से होने वाली दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए सर्वाधिक दुर्घटना वाले पांच एनएच पर स्टैटिक रडार गन स्थापित किए जाने का प्रस्ताव है। रडार गन लगाए जाने के बाद ओवरस्पीड गाड़ियों का चालान भी कटेगा।परिवहन सचिव पंकज कुमार पाल ने बताया कि अभी तक राज्य में कुल 919 गुड सेमेरिटन को 15 अगस्त, 26 जनवरी एवं अन्य अवसरों पर सम्मानित किया गया है। गुड सेमेरिटन से जुड़े दिशा-निर्देशों के व्यापक प्रचार-प्रसार और जागरूकता के लिए बोर्ड भी लगाए जा रहे हैं। परिवहन, पुलिस और अन्य संस्थानों द्वारा अभियान चला कर लोगों को जागरूक भी किया जाएगा। बैठक में गृह विभाग के विशेष सचिव केएस अनुपम, एडीजी यातायात सुधांशु कुमार के साथ पथ निर्माण, ग्रामीण कार्य, स्वास्थ्य, नगर एवं आवास, शिक्षा विभाग और एनएचएआइ के प्रतिनिधि उपस्थित थे।