महिला संवाद अभियान के तहत घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न व लैंगिक हिंसा पर फोकस
महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा के लिए बिहार सरकार द्वारा चलाई जा रही ‘महिला संवाद’ पहल के तहत महिला हेल्पलाइन 181 एक प्रभावी माध्यम बनकर सामने आई है। यह हेल्पलाइन सेवा 24×7 उपलब्ध है और इसका उद्देश्य घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न, छेड़छाड़ व लैंगिक हिंसा से पीड़ित महिलाओं को त्वरित सहायता प्रदान करना है।
सरकारी आँकड़ों के अनुसार, अब तक इस हेल्पलाइन के माध्यम से 58,596 से अधिक महिलाओं को मदद पहुंचाई जा चुकी है, जो इस पहल की प्रभावशीलता को दर्शाता है। यह सेवा निःशुल्क है और किसी भी समय, कहीं से भी कॉल करके सहायता प्राप्त की जा सकती है।
पोस्टर में महिला के चेहरे की आकृति में छुपे दर्द और संघर्ष को दर्शाने वाली तस्वीरें दर्शकों को गहराई से झकझोरती हैं और यह संदेश देती हैं कि अब चुप रहने का समय नहीं है। महिला हेल्पलाइन का नारा “आपकी सुरक्षा, हमारी जिम्मेदारी” इस अभियान के उद्देश्य को मजबूती से प्रस्तुत करता है।
महिला हेल्पलाइन के साथ-साथ राज्य सरकार चाइल्ड हेल्पलाइन (1098) और इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (112) जैसी सेवाएं भी चला रही है, जिससे महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
महिला संवाद अभियान के तहत घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न व लैंगिक हिंसा पर फोकस
महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा के लिए बिहार सरकार द्वारा चलाई जा रही ‘महिला संवाद’ पहल के तहत महिला हेल्पलाइन 181 एक प्रभावी माध्यम बनकर सामने आई है। यह हेल्पलाइन सेवा 24×7 उपलब्ध है और इसका उद्देश्य घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न, छेड़छाड़ व लैंगिक हिंसा से पीड़ित महिलाओं को त्वरित सहायता प्रदान करना है।
सरकारी आँकड़ों के अनुसार, अब तक इस हेल्पलाइन के माध्यम से 58,596 से अधिक महिलाओं को मदद पहुंचाई जा चुकी है, जो इस पहल की प्रभावशीलता को दर्शाता है। यह सेवा निःशुल्क है और किसी भी समय, कहीं से भी कॉल करके सहायता प्राप्त की जा सकती है।
पोस्टर में महिला के चेहरे की आकृति में छुपे दर्द और संघर्ष को दर्शाने वाली तस्वीरें दर्शकों को गहराई से झकझोरती हैं और यह संदेश देती हैं कि अब चुप रहने का समय नहीं है। महिला हेल्पलाइन का नारा “आपकी सुरक्षा, हमारी जिम्मेदारी” इस अभियान के उद्देश्य को मजबूती से प्रस्तुत करता है।
महिला हेल्पलाइन के साथ-साथ राज्य सरकार चाइल्ड हेल्पलाइन (1098) और इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (112) जैसी सेवाएं भी चला रही है, जिससे महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
Leave a Reply