राजगीर की बिहार पुलिस अकादमी में 13 जून 2025 को आयोजित 67वीं बैच के प्रादेशिक पुलिस उपाधीक्षकों (डीएसपी) का भव्य दीक्षांत समारोह संपन्न हुआ। इस समारोह में बिहार पुलिस के महानिदेशक (DGP) ए. के. अंबेडकर मुख्य अतिथि थे। उन्होंने परेड का निरीक्षण करते हुए सलामी ली और नए अफसरों को राज्य सेवा के लिए बधाई दी।
मुख्य अंश और उद्बोधन
समारोह में 26 प्रशिक्षु डीएसपी राज्य को सौंपे गए, जो अब अपने-अपने जिलों में नियुक्त होंगे। इन अफसरों में मिथिलेश कुमार तिवारी, मोहम्मद शाहनवाज अख्तर, पौरुष अग्रवाल, ज्योति कुमारी, अभिषेक कुमार, खालिद हयात, स्नेही सोनल, शिवानी श्रेष्ठा, फैसल चांद, रौशन कुमार, ऋषभ आनंद आदि प्रमुख हैं।
DGP अंबेडकर ने अपने 33 वर्षीय सेवा अनुभव से प्रेरित करते हुए कहा कि उन्होंने पश्चिम चंपारण में थानेस्तरीय कार्यों के दौरान वास्तविक प्रशिक्षण प्राप्त किया था, जिसने उनके करियर की नींव रखी।
उन्होंने यह भी साझा किया कि उनके कार्यकाल में लगभग 50,000 कांस्टेबल प्रशिक्षित हो चुके हैं, और जुलाई 2025 में 21,000 नए पुलिस कर्मियों का प्रशिक्षण आरंभ होने वाला है, जिसमें 10,000 डायरेक्ट-रिक्रूट कांस्टेबल होंगे।
प्रशिक्षण में आधुनिकता और विविधता
समारोह में अकादमी निदेशक आर. मल्लार ने बताया कि इस बैच को अपराध जांच, साइबर क्राइम, मानवाधिकार, आपदा प्रबंधन, भीड़ नियंत्रण इत्यादि आधुनिक विषयों में गहन प्रशिक्षण मिला।
साथ ही शारीरिक फिटनेस, मानसिक दृढ़ता, और नैतिक मूल्यों पर भी विशेष ध्यान दिया गया, जिससे ये अधिकारी प्रशासनिक दक्षता के साथ सामाजिक ज़िम्मेदारी निभा सकें।
राज्य स्तर पर तैनाती एवं प्रस्तावित कार्य
ये 26 नए डीएसपी अब राज्य के विभिन्न जिलों में एक वर्ष के व्यावहारिक प्रशिक्षण (on-the-job training) के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने, अपराध नियंत्रण और जनता के साथ तालमेल स्थापित करने का कार्य करेंगे।
राजगीर पुलिस अकादमी से 26 नए डीएसपी का राज्य को समर्पण, आधुनिक प्रशिक्षण से लैस होकर, बिहार पुलिस के भविष्य को मजबूत करेगा। DGP अंबेडकर का अनुभव व आधुनिक प्रशिक्षण इन अधिकारियों को चुनौतियों के लिए तैयार करेगा और कानून-व्यवस्था के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाएगा।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
राजगीर की बिहार पुलिस अकादमी में 13 जून 2025 को आयोजित 67वीं बैच के प्रादेशिक पुलिस उपाधीक्षकों (डीएसपी) का भव्य दीक्षांत समारोह संपन्न हुआ। इस समारोह में बिहार पुलिस के महानिदेशक (DGP) ए. के. अंबेडकर मुख्य अतिथि थे। उन्होंने परेड का निरीक्षण करते हुए सलामी ली और नए अफसरों को राज्य सेवा के लिए बधाई दी।
मुख्य अंश और उद्बोधन
समारोह में 26 प्रशिक्षु डीएसपी राज्य को सौंपे गए, जो अब अपने-अपने जिलों में नियुक्त होंगे। इन अफसरों में मिथिलेश कुमार तिवारी, मोहम्मद शाहनवाज अख्तर, पौरुष अग्रवाल, ज्योति कुमारी, अभिषेक कुमार, खालिद हयात, स्नेही सोनल, शिवानी श्रेष्ठा, फैसल चांद, रौशन कुमार, ऋषभ आनंद आदि प्रमुख हैं।
DGP अंबेडकर ने अपने 33 वर्षीय सेवा अनुभव से प्रेरित करते हुए कहा कि उन्होंने पश्चिम चंपारण में थानेस्तरीय कार्यों के दौरान वास्तविक प्रशिक्षण प्राप्त किया था, जिसने उनके करियर की नींव रखी।
उन्होंने यह भी साझा किया कि उनके कार्यकाल में लगभग 50,000 कांस्टेबल प्रशिक्षित हो चुके हैं, और जुलाई 2025 में 21,000 नए पुलिस कर्मियों का प्रशिक्षण आरंभ होने वाला है, जिसमें 10,000 डायरेक्ट-रिक्रूट कांस्टेबल होंगे।
प्रशिक्षण में आधुनिकता और विविधता
समारोह में अकादमी निदेशक आर. मल्लार ने बताया कि इस बैच को अपराध जांच, साइबर क्राइम, मानवाधिकार, आपदा प्रबंधन, भीड़ नियंत्रण इत्यादि आधुनिक विषयों में गहन प्रशिक्षण मिला।
साथ ही शारीरिक फिटनेस, मानसिक दृढ़ता, और नैतिक मूल्यों पर भी विशेष ध्यान दिया गया, जिससे ये अधिकारी प्रशासनिक दक्षता के साथ सामाजिक ज़िम्मेदारी निभा सकें।
राज्य स्तर पर तैनाती एवं प्रस्तावित कार्य
ये 26 नए डीएसपी अब राज्य के विभिन्न जिलों में एक वर्ष के व्यावहारिक प्रशिक्षण (on-the-job training) के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने, अपराध नियंत्रण और जनता के साथ तालमेल स्थापित करने का कार्य करेंगे।
राजगीर पुलिस अकादमी से 26 नए डीएसपी का राज्य को समर्पण, आधुनिक प्रशिक्षण से लैस होकर, बिहार पुलिस के भविष्य को मजबूत करेगा। DGP अंबेडकर का अनुभव व आधुनिक प्रशिक्षण इन अधिकारियों को चुनौतियों के लिए तैयार करेगा और कानून-व्यवस्था के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाएगा।
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