सारस न्यूज, वेब डेस्क।
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने सूचना जारी की है की 4 से 12 सितंबर तक शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराएगा। 9वीं से 12वीं तक के राज्य के शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों को उनके जिला मुख्यालय में जांचा जाएगा। राज्य के बाहर के अभ्यर्थियों को प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराने राजधानी पटना आना होगा। इसके लिए आयोग के परीक्षा नियंत्रक ने अधिसूचना जारी कर दी है। 25 सितंबर के पहले 9वीं से 12वीं तक की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में कई विषयों के सभी अभ्यर्थियों का एक साथ चयन हो जाएगा।
प्राथमिक शिक्षक अभ्यर्थियों का परिणाम
प्राथमिक शिक्षक अभ्यर्थियों का परिणाम 25 सितंबर के बाद कभी भी जारी किया जा सकता है। सोमवार को बीपीएससी के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर ट्वीट कर यह महत्वपूर्ण जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि परीक्षा का परिणाम सितंबर के आखिर तक संभावित है। उन्होंने प्रश्नों के कठिन होने को लेकर अभ्यर्थियों की ओर से उठाए जा रहे सवाल पर भी ट्वीट के माध्यम से जवाब दिया है। कहा कि प्रश्नों की कठोरता इस बात पर निर्भर करती है कि फिल्टरिंग की कितनी आवश्यकता है। उम्मीदवार-रिक्ति अनुपात जितना अधिक होगा, फिल्टर उतना ही महीन होना चाहिए। शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में यही किया गया है। प्राथमिक शिक्षक के लिए अधिक अभ्यर्थी हैं, जबकि माध्यमिक व उच्च माध्यमिक में ऐसा नहीं है।
दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए जिला स्तर पर गठित होगा मेडिकल बोर्ड
दिव्यांग अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों के लिए 1 से 8 सितंबर तक जिला स्तर पर मेडिकल बोर्ड गठित कर दिव्यांगता की जांच करानी है। यदि विशेष कारणों से दिव्यांगता की जांच जिला स्तर पर संभव नहीं हो सकी, तो अभ्यर्थियों को पटना के आइजीआइएमएस या पीएमसीएच में रेफर करना है। राज्य के बाहर के अभ्यर्थियों के लिए पीएमसीएच व आइजीआइएमएस में ही मेडिकल जांच की व्यवस्था की जाएगी।