सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
बिहार में विधानसभा चुनाव छठ त्योहार के बाद करवाए जाने की संभावना जताई जा रही है। इसी कड़ी में चुनाव आयोग ने पटना में सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ एक अहम सर्वदलीय बैठक आयोजित की। बैठक में चुनाव तैयारियों, नवीनतम मतदाता सूची, और मतदान प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने पर चर्चा की गई।
जदयू ने एक चरण में मतदान की रखी मांग
बैठक के दौरान जनता दल यूनाइटेड (JDU) सहित कई दलों ने अपने सुझाव और मांगें चुनाव आयोग के सामने रखीं। जेडीयू के प्रतिनिधियों ने आयोग से अनुरोध किया कि राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव एक ही चरण में संपन्न कराए जाएं। उनका तर्क था कि एक चरण में चुनाव कराने से प्रशासनिक व्यवस्था और सुरक्षा तैयारियां बेहतर ढंग से हो पाएंगी और मतदाताओं को भी सुविधा रहेगी।
चुनाव आयोग ने सुनी सभी दलों की राय
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने सभी राजनीतिक दलों की बातों को गंभीरता से सुना। आयोग ने साफ किया है कि चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह से निष्पक्ष और पारदर्शी होगी। आयोग ने जिलास्तरीय प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए अपने अधिकारियों को निर्देशित किया है।
कब तक आ सकता है चुनाव कार्यक्रम?
माना जा रहा है कि छठ महापर्व के बाद ही मतदान की तिथियों की औपचारिक घोषणा की जाएगी। वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है, लिहाजा चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं और सभी दल अपनी तैयारियों में जुट गए हैं।
इस तरह, बिहार की राजनीति में मतदान की संभावित तारीख और चरणों को लेकर गहमागहमी तेज है। चुनाव आयोग के सर्वदलीय संवाद के बाद अब सबकी नजरें मतदान तिथियों की घोषणा पर टिकी हैं।