बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक चर्चाएँ तेज हो गई हैं। इन चर्चाओं के केंद्र में मिथिला की प्रसिद्ध लोकगायिका मैथिली ठाकुर हैं। सूत्रों के अनुसार, बीजेपी उन्हें आगामी चुनाव में टिकट देने पर विचार कर रही है। इसके लिए दो संभावित सीटों — बेनीपट्टी और अलीनगर — पर चर्चा चल रही है।
मैथिली ठाकुर की संभावित राजनीतिक एंट्री 25 वर्षीय मैथिली ठाकुर इस वर्ष विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पात्र हो गई हैं। हाल ही में उनकी मुलाकात बीजेपी नेताओं नित्यानंद राय और विनोद तावड़े से हुई, जिसके बाद यह अटकलें और तेज हो गईं कि वे पार्टी की ओर से चुनावी मैदान में उतर सकती हैं। चूँकि मैथिली ठाकुर मिथिला की बेटी हैं और मूल रूप से बेनीपट्टी की निवासी हैं, इसलिए इस सीट पर उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है।
बेनीपट्टी सीट का जातीय समीकरण बेनीपट्टी सीट ब्राह्मण बहुल क्षेत्र है। 1972 से लेकर 2020 तक इस क्षेत्र से अधिकतर ब्राह्मण उम्मीदवार ही विजयी रहे हैं। तेज नारायण झा, युगेश्वर झा, विनोद नारायण झा और भावना झा जैसे नाम इस सीट से जुड़े रहे हैं। स्थानीय पहचान और ब्राह्मण समुदाय से गहरे जुड़ाव के कारण मैथिली ठाकुर यहां बीजेपी के लिए एक मजबूत विकल्प साबित हो सकती हैं।
अलीनगर सीट पर भी नजर अगर बेनीपट्टी से टिकट नहीं मिलता है, तो दरभंगा जिले की अलीनगर सीट मैथिली ठाकुर के लिए दूसरा विकल्प हो सकती है। वर्तमान विधायक मिश्री लाल यादव पर पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप लगे हैं और उनके आरजेडी में शामिल होने की चर्चा है। ऐसे में बीजेपी इस सीट पर नए चेहरे को उतार सकती है।
अलीनगर सीट का गठन 2008 में हुआ था, जो पहले मनीगाछी के नाम से जानी जाती थी। यहाँ यादव, मुस्लिम और दलित मतदाता बड़ी संख्या में हैं। 2020 में आरजेडी ने यहां से ब्राह्मण उम्मीदवार विनोद मिश्र को उतारा था, जिससे समीकरण में बड़ा बदलाव आया था। बीजेपी को आशंका है कि अगर इस बार कोई मजबूत ब्राह्मण चेहरा नहीं उतारा गया, तो सीट हाथ से निकल सकती है।
स्टार प्रचारक भी बन सकती हैं मैथिली ठाकुर बीजेपी सूत्रों के अनुसार, मैथिली ठाकुर को टिकट के साथ-साथ स्टार प्रचारक के रूप में भी उतारा जा सकता है। उनकी लोकप्रियता मधुबनी और दरभंगा जिलों के साथ-साथ मिथिला क्षेत्र में पार्टी को अतिरिक्त लाभ दिला सकती है।
क्यों अलीनगर से मैथिली ठाकुर हो सकती हैं बीजेपी की गारंटी?
ब्राह्मण समुदाय में जबरदस्त लोकप्रियता (80–90% वोट तक का अनुमान)
ओबीसी और दलित मतदाताओं में पकड़
स्थानीय पहचान और सांस्कृतिक प्रभाव
आस-पास की सीटों पर प्रभाव डालने की क्षमता
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि बीजेपी मैथिली ठाकुर को अलीनगर से टिकट देती है, तो वे पार्टी के लिए एक मजबूत और प्रभावशाली उम्मीदवार साबित हो सकती हैं।
सारस न्यूज़, किशनगंज।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक चर्चाएँ तेज हो गई हैं। इन चर्चाओं के केंद्र में मिथिला की प्रसिद्ध लोकगायिका मैथिली ठाकुर हैं। सूत्रों के अनुसार, बीजेपी उन्हें आगामी चुनाव में टिकट देने पर विचार कर रही है। इसके लिए दो संभावित सीटों — बेनीपट्टी और अलीनगर — पर चर्चा चल रही है।
मैथिली ठाकुर की संभावित राजनीतिक एंट्री 25 वर्षीय मैथिली ठाकुर इस वर्ष विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पात्र हो गई हैं। हाल ही में उनकी मुलाकात बीजेपी नेताओं नित्यानंद राय और विनोद तावड़े से हुई, जिसके बाद यह अटकलें और तेज हो गईं कि वे पार्टी की ओर से चुनावी मैदान में उतर सकती हैं। चूँकि मैथिली ठाकुर मिथिला की बेटी हैं और मूल रूप से बेनीपट्टी की निवासी हैं, इसलिए इस सीट पर उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है।
बेनीपट्टी सीट का जातीय समीकरण बेनीपट्टी सीट ब्राह्मण बहुल क्षेत्र है। 1972 से लेकर 2020 तक इस क्षेत्र से अधिकतर ब्राह्मण उम्मीदवार ही विजयी रहे हैं। तेज नारायण झा, युगेश्वर झा, विनोद नारायण झा और भावना झा जैसे नाम इस सीट से जुड़े रहे हैं। स्थानीय पहचान और ब्राह्मण समुदाय से गहरे जुड़ाव के कारण मैथिली ठाकुर यहां बीजेपी के लिए एक मजबूत विकल्प साबित हो सकती हैं।
अलीनगर सीट पर भी नजर अगर बेनीपट्टी से टिकट नहीं मिलता है, तो दरभंगा जिले की अलीनगर सीट मैथिली ठाकुर के लिए दूसरा विकल्प हो सकती है। वर्तमान विधायक मिश्री लाल यादव पर पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप लगे हैं और उनके आरजेडी में शामिल होने की चर्चा है। ऐसे में बीजेपी इस सीट पर नए चेहरे को उतार सकती है।
अलीनगर सीट का गठन 2008 में हुआ था, जो पहले मनीगाछी के नाम से जानी जाती थी। यहाँ यादव, मुस्लिम और दलित मतदाता बड़ी संख्या में हैं। 2020 में आरजेडी ने यहां से ब्राह्मण उम्मीदवार विनोद मिश्र को उतारा था, जिससे समीकरण में बड़ा बदलाव आया था। बीजेपी को आशंका है कि अगर इस बार कोई मजबूत ब्राह्मण चेहरा नहीं उतारा गया, तो सीट हाथ से निकल सकती है।
स्टार प्रचारक भी बन सकती हैं मैथिली ठाकुर बीजेपी सूत्रों के अनुसार, मैथिली ठाकुर को टिकट के साथ-साथ स्टार प्रचारक के रूप में भी उतारा जा सकता है। उनकी लोकप्रियता मधुबनी और दरभंगा जिलों के साथ-साथ मिथिला क्षेत्र में पार्टी को अतिरिक्त लाभ दिला सकती है।
क्यों अलीनगर से मैथिली ठाकुर हो सकती हैं बीजेपी की गारंटी?
ब्राह्मण समुदाय में जबरदस्त लोकप्रियता (80–90% वोट तक का अनुमान)
ओबीसी और दलित मतदाताओं में पकड़
स्थानीय पहचान और सांस्कृतिक प्रभाव
आस-पास की सीटों पर प्रभाव डालने की क्षमता
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि बीजेपी मैथिली ठाकुर को अलीनगर से टिकट देती है, तो वे पार्टी के लिए एक मजबूत और प्रभावशाली उम्मीदवार साबित हो सकती हैं।
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