सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
पटना: बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ निगरानी विभाग की कार्रवाई ने नया इतिहास रच दिया है। वर्ष 2025 में निगरानी ब्यूरो ने अब तक की सबसे अधिक प्राथमिकी दर्ज कर 25 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस साल कुल 122 एफआईआर दर्ज की गईं, जबकि पिछले वर्ष यह संख्या बेहद कम थी।निगरानी विभाग के अनुसार, 30 दिसंबर को एक ही दिन में 20 मामलों में एफआईआर दर्ज की गई, जो अब तक की सबसे बड़ी एकदिवसीय कार्रवाई मानी जा रही है। पूरे वर्ष में औसतन हर दूसरे कार्यदिवस पर एक नया भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है।सबसे अधिक कार्रवाई रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़े गए अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ हुई है। ऐसे मामलों की संख्या 100 से अधिक रही। इनमें विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी और बिचौलिये शामिल हैं। कार्रवाई के दौरान लाखों रुपये की रिश्वत राशि भी जब्त की गई है।इसके अलावा आय से अधिक संपत्ति, पद के दुरुपयोग और सरकारी योजनाओं में अनियमितता से जुड़े मामलों में भी बड़ी संख्या में प्राथमिकी दर्ज की गई। कई मामलों में करोड़ों रुपये की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ है।निगरानी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि आने वाले समय में भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान और तेज किया जाएगा। मामलों के शीघ्र निपटारे के लिए जांच प्रक्रिया को आधुनिक तकनीक से जोड़ा जाएगा और स्पीडी ट्रायल पर जोर दिया जाएगा।
