बिहार में खुशी के मौके पर हर्ष फायरिंग की घटनाएं अब आम हो गई हैं, लेकिन कई बार यह लापरवाही बड़े हादसों में तब्दील हो जाती है। ऐसा ही एक दर्दनाक मामला राजधानी पटना के पचरुखिया थाना क्षेत्र के जमुनापुर गांव से सामने आया है, जहां एक बर्थडे पार्टी अचानक चीख-पुकार में बदल गई।
जानकारी के अनुसार, एक दादा ने अपने पोते के जन्मदिन की खुशी में देसी कट्टे से फायरिंग कर दी। लेकिन इस खुशी की गोलीबारी ने एक मासूम की जिंदगी खतरे में डाल दी। फायरिंग के दौरान चली गोली पास ही खेल रही 4 साल की एक बच्ची को जा लगी। गोली लगते ही मौके पर अफरा-तफरी मच गई और खुशियों का माहौल गम में बदल गया।
स्थानीय लोगों ने तुरंत घायल बच्ची को अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपी दादा से पूछताछ की जा रही है।
बिहार में हर्ष फायरिंग की यह प्रवृत्ति लगातार चिंता का विषय बनती जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई और जनजागरूकता की आवश्यकता है, ताकि कोई और मासूम इस तरह की लापरवाही का शिकार न हो।
सारस न्यूज, वेब डेस्क।
बिहार में खुशी के मौके पर हर्ष फायरिंग की घटनाएं अब आम हो गई हैं, लेकिन कई बार यह लापरवाही बड़े हादसों में तब्दील हो जाती है। ऐसा ही एक दर्दनाक मामला राजधानी पटना के पचरुखिया थाना क्षेत्र के जमुनापुर गांव से सामने आया है, जहां एक बर्थडे पार्टी अचानक चीख-पुकार में बदल गई।
जानकारी के अनुसार, एक दादा ने अपने पोते के जन्मदिन की खुशी में देसी कट्टे से फायरिंग कर दी। लेकिन इस खुशी की गोलीबारी ने एक मासूम की जिंदगी खतरे में डाल दी। फायरिंग के दौरान चली गोली पास ही खेल रही 4 साल की एक बच्ची को जा लगी। गोली लगते ही मौके पर अफरा-तफरी मच गई और खुशियों का माहौल गम में बदल गया।
स्थानीय लोगों ने तुरंत घायल बच्ची को अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपी दादा से पूछताछ की जा रही है।
बिहार में हर्ष फायरिंग की यह प्रवृत्ति लगातार चिंता का विषय बनती जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई और जनजागरूकता की आवश्यकता है, ताकि कोई और मासूम इस तरह की लापरवाही का शिकार न हो।
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