भारत के पूर्वी क्षेत्रों, विशेष रूप से छठ महापर्व से जुड़े श्रद्धालुओं के लिए आज का दिन विशेष है। इस वर्ष यह चार दिवसीय पर्व 25 अक्टूबर 2025 (शनिवार) से आरंभ होकर 28 अक्टूबर को समाप्त होगा।
आज की तिथि-स्थिति
आज चतुर्थी तिथि है जो कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में आती है। इस दिन पर्व की शुरुआत “नहाय-खाय” अनुष्ठान से होती है।
🍛 “नहाय-खाय” में क्या शामिल है?
इस दिन व्रती भोजन के पहले पवित्र स्नान करते हैं एवं फिर सात्विक भोजन ग्रहण करते हैं। इसमें मुख्य रूप से लौकी/कद्दू की सब्ज़ी, चने की दाल व गुड़ जैसी शाकाहारी व्यंजन शामिल होते हैं। यह भोजन उपवास एवं अगले दिन की तैयारी के लिए ऊर्जा स्रोत माना जाता है।
🕒 शुभ-अशुभ समय
आज का पंचांग “शोभन योग” से भी जुड़ा है। साथ ही राहुकाल सुबह 09:00 से 10:30 बजे तक रहेगा, इस अवधि में शुभ कार्यों जैसे पूजा-अनुष्ठान टालने की सलाह दी जाती है।
🎋 महत्व और तैयारी
छठ पूजा सूर्य देव एवं छठी मैया को समर्पित है और संतान-सुख, आरोग्य व समृद्धि की कामना की जाती है। इस वर्ष पर्व की शुरुआत आज “नहाय-खाय” से हो रही है, जिसके बाद “खरना”, “संध्या अर्घ्य” और “उषा अर्घ्य” जैसे चार प्रमुख चरण पूरे होंगे। शुद्धता, संयम व श्रद्धा के इस महापर्व में श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि वे स्वीकार किये गए मुहूर्त व दिशा-निर्देशों का पालन करें।
📸 छठ की उजली सुबह और संध्या की लालिमा को बनाएं खास — अपनी पूजा की पावन झलकियाँ हमारे साथ साझा करें। चयनित तस्वीरें हमारे फेसबुक पेज और पोर्टल पर जगमगाएँगी!
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
भारत के पूर्वी क्षेत्रों, विशेष रूप से छठ महापर्व से जुड़े श्रद्धालुओं के लिए आज का दिन विशेष है। इस वर्ष यह चार दिवसीय पर्व 25 अक्टूबर 2025 (शनिवार) से आरंभ होकर 28 अक्टूबर को समाप्त होगा।
आज की तिथि-स्थिति
आज चतुर्थी तिथि है जो कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में आती है। इस दिन पर्व की शुरुआत “नहाय-खाय” अनुष्ठान से होती है।
🍛 “नहाय-खाय” में क्या शामिल है?
इस दिन व्रती भोजन के पहले पवित्र स्नान करते हैं एवं फिर सात्विक भोजन ग्रहण करते हैं। इसमें मुख्य रूप से लौकी/कद्दू की सब्ज़ी, चने की दाल व गुड़ जैसी शाकाहारी व्यंजन शामिल होते हैं। यह भोजन उपवास एवं अगले दिन की तैयारी के लिए ऊर्जा स्रोत माना जाता है।
🕒 शुभ-अशुभ समय
आज का पंचांग “शोभन योग” से भी जुड़ा है। साथ ही राहुकाल सुबह 09:00 से 10:30 बजे तक रहेगा, इस अवधि में शुभ कार्यों जैसे पूजा-अनुष्ठान टालने की सलाह दी जाती है।
🎋 महत्व और तैयारी
छठ पूजा सूर्य देव एवं छठी मैया को समर्पित है और संतान-सुख, आरोग्य व समृद्धि की कामना की जाती है। इस वर्ष पर्व की शुरुआत आज “नहाय-खाय” से हो रही है, जिसके बाद “खरना”, “संध्या अर्घ्य” और “उषा अर्घ्य” जैसे चार प्रमुख चरण पूरे होंगे। शुद्धता, संयम व श्रद्धा के इस महापर्व में श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि वे स्वीकार किये गए मुहूर्त व दिशा-निर्देशों का पालन करें।
📸 छठ की उजली सुबह और संध्या की लालिमा को बनाएं खास — अपनी पूजा की पावन झलकियाँ हमारे साथ साझा करें। चयनित तस्वीरें हमारे फेसबुक पेज और पोर्टल पर जगमगाएँगी!
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