सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया जिले से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां डायन बताकर एक ही परिवार के पांच सदस्यों को जिंदा आग के हवाले कर दिया गया। इस वीभत्स वारदात से गांव में हड़कंप मच गया है।
घटना रुपौली थाना क्षेत्र के कुरसाकांटा इलाके की बताई जा रही है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, कुछ ग्रामीणों ने परिवार पर टोना-टोटका करने का आरोप लगाया था। इसी शक में सोमवार तड़के भीड़ ने घर में घुसकर पेट्रोल छिड़क दिया और आग लगा दी। देखते ही देखते आग की लपटों में पूरा घर घिर गया।
इस हादसे में पति-पत्नी समेत पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। आसपास के लोग जब तक आग बुझाने की कोशिश करते, तब तक सभी झुलस चुके थे। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
ग्रामीणों का कहना है कि परिवार पर काफी समय से तंत्र-मंत्र करने का संदेह जताया जा रहा था। इसी कारण कुछ लोगों ने यह खौफनाक कदम उठाया। फिलहाल पुलिस ने मामले में कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है और पूछताछ जारी है।
पूर्णिया एसपी ने बताया कि घटना बेहद गंभीर है। दोषियों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। इलाके में तनाव की स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
गौरतलब है कि बिहार के कई हिस्सों में अब भी डायन प्रथा और अंधविश्वास की जड़ें गहरी हैं। इस हादसे ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि आखिर कब तक लोग इन मान्यताओं की भेंट चढ़ते रहेंगे।