पटना। बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग ने किशोरियों में खून की कमी (एनीमिया) को दूर करने के लिए एक नई पहल शुरू की है। ‘हर दिन आयरन की एक गोली, बनेगी बेटियों की पक्की सहेली’ नारे के साथ इस अभियान का उद्देश्य किशोरियों को स्वस्थ और आत्मविश्वासी बनाना है।
अभियान के तहत यह बताया गया है कि माहवारी के दौरान लड़कियों में खून की कमी होना आम है, लेकिन इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। इस समस्या से निपटने के लिए आयरन, कैल्शियम और पोषक आहार का नियमित सेवन बेहद जरूरी है। पोषण में दाल, हरी सब्जियाँ, दूध, दही और मौसमी फलों को आहार में शामिल करने की सिफारिश की गई है।
अब बेटियाँ रहेंगी हर दिन तैयार
बिहार सरकार दे रही है कक्षा 7वीं से 12वीं तक की छात्राओं को हर साल ₹300 सेनेटरी नैपकिन के लिए, ताकि बनी रहे स्वच्छता, आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास।
— Social Welfare Department, Bihar (@DoSWBihar) May 28, 2025
इस जागरूकता संदेश में विशेष रूप से किशोरियों को प्रेरित किया गया है कि वे आयरन की गोली को अपनी दिनचर्या में शामिल करें ताकि एनीमिया जैसी बीमारियों से बचा जा सके और वे मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनें।
संदेश का मुख्य बिंदु: 👉 “सेहत से समझौता नहीं – पोषण बने आदत!” 👉 “आपकी आवाज़ सुनी जाएगी – हर हाल में।”
यह अभियान राज्यभर में सामाजिक मीडिया के ज़रिए भी चलाया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक लोगों तक इसका प्रभाव पहुंचे और समाज में बेटियों के स्वास्थ्य को लेकर गंभीरता बढ़े।
सारस न्यूज, वेब डेस्क।
पटना। बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग ने किशोरियों में खून की कमी (एनीमिया) को दूर करने के लिए एक नई पहल शुरू की है। ‘हर दिन आयरन की एक गोली, बनेगी बेटियों की पक्की सहेली’ नारे के साथ इस अभियान का उद्देश्य किशोरियों को स्वस्थ और आत्मविश्वासी बनाना है।
अभियान के तहत यह बताया गया है कि माहवारी के दौरान लड़कियों में खून की कमी होना आम है, लेकिन इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। इस समस्या से निपटने के लिए आयरन, कैल्शियम और पोषक आहार का नियमित सेवन बेहद जरूरी है। पोषण में दाल, हरी सब्जियाँ, दूध, दही और मौसमी फलों को आहार में शामिल करने की सिफारिश की गई है।
अब बेटियाँ रहेंगी हर दिन तैयार
बिहार सरकार दे रही है कक्षा 7वीं से 12वीं तक की छात्राओं को हर साल ₹300 सेनेटरी नैपकिन के लिए, ताकि बनी रहे स्वच्छता, आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास।
— Social Welfare Department, Bihar (@DoSWBihar) May 28, 2025
इस जागरूकता संदेश में विशेष रूप से किशोरियों को प्रेरित किया गया है कि वे आयरन की गोली को अपनी दिनचर्या में शामिल करें ताकि एनीमिया जैसी बीमारियों से बचा जा सके और वे मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनें।
संदेश का मुख्य बिंदु: 👉 “सेहत से समझौता नहीं – पोषण बने आदत!” 👉 “आपकी आवाज़ सुनी जाएगी – हर हाल में।”
यह अभियान राज्यभर में सामाजिक मीडिया के ज़रिए भी चलाया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक लोगों तक इसका प्रभाव पहुंचे और समाज में बेटियों के स्वास्थ्य को लेकर गंभीरता बढ़े।
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