दिघलबैंक प्रखंड अंतर्गत भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी 12वीं वाहिनी की सी कंपनी कंचनबारी के जवानों ने गुरुवार को हर घर आयुर्वेद अभियान को लेकर ग्रामीणों के साथ एक बैठक का आयोजन किया। सी कंपनी मुख्यालय कंचनबारी में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता कर रहे कंपनी कमांडर इंस्पेक्टर राजेश कुमार राय ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आर्युवेद का भारतीय संस्कृति से पुराना नाता है।
और हर घर में अजमाया जाने वाला घरेलु नुस्खा वास्तव में आयुर्वेद ही है। लेकिन सही जानकारी नहीं होने के कारण लोग घर में सुलभ रूप में उपलब्ध हल्दी, आंवला, तुलसी, मुलेठी, लौंग, काली मिर्च, अदरक, लहसुन आदि के गुणकारी फायदों से अनभिज्ञ हैं। जबकि ये सभी हमारे रसोई में ही उपलब्ध हैं और बहुत ही लाभकारी हैं।
केवल आवश्यकता है तो यह जानने की कि किस बिमारी में हम कौन सी आयुर्वेदिक पदार्थ का इस्तेमाल करना है।यही कारण है कि अब आयुष मंत्रालय भारत सरकार के अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान द्वारा हर दिन हर घर आयुर्वेद थीम के साथ राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस 2022 मनाने का संकल्प लिया गया है। जिससे कि एकबार फिर से हर घर में आयुर्वेद के प्रचलन को बढ़ावा मिल सके।
इसकी शुरुआत 23 अक्टूबर से की जाएगी। कंपनी कमांडर राजेश कुमार राय ने कहा कि प्राचीन काल से चले आ रहे योग और आयुर्वेद को अपनाते हुए हम सभी निरोग जीवन जीने की ओर एक सार्थक कदम बढ़ा सकते हैं। उक्त बैठक में लोहागड़ा पंचायत के मुखिया कृष्ण प्रसाद सिंह सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण मौजुद रहे।
सारस न्यूज, दिघलबैंक।
दिघलबैंक प्रखंड अंतर्गत भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी 12वीं वाहिनी की सी कंपनी कंचनबारी के जवानों ने गुरुवार को हर घर आयुर्वेद अभियान को लेकर ग्रामीणों के साथ एक बैठक का आयोजन किया। सी कंपनी मुख्यालय कंचनबारी में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता कर रहे कंपनी कमांडर इंस्पेक्टर राजेश कुमार राय ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आर्युवेद का भारतीय संस्कृति से पुराना नाता है।
और हर घर में अजमाया जाने वाला घरेलु नुस्खा वास्तव में आयुर्वेद ही है। लेकिन सही जानकारी नहीं होने के कारण लोग घर में सुलभ रूप में उपलब्ध हल्दी, आंवला, तुलसी, मुलेठी, लौंग, काली मिर्च, अदरक, लहसुन आदि के गुणकारी फायदों से अनभिज्ञ हैं। जबकि ये सभी हमारे रसोई में ही उपलब्ध हैं और बहुत ही लाभकारी हैं।
केवल आवश्यकता है तो यह जानने की कि किस बिमारी में हम कौन सी आयुर्वेदिक पदार्थ का इस्तेमाल करना है।यही कारण है कि अब आयुष मंत्रालय भारत सरकार के अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान द्वारा हर दिन हर घर आयुर्वेद थीम के साथ राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस 2022 मनाने का संकल्प लिया गया है। जिससे कि एकबार फिर से हर घर में आयुर्वेद के प्रचलन को बढ़ावा मिल सके।
इसकी शुरुआत 23 अक्टूबर से की जाएगी। कंपनी कमांडर राजेश कुमार राय ने कहा कि प्राचीन काल से चले आ रहे योग और आयुर्वेद को अपनाते हुए हम सभी निरोग जीवन जीने की ओर एक सार्थक कदम बढ़ा सकते हैं। उक्त बैठक में लोहागड़ा पंचायत के मुखिया कृष्ण प्रसाद सिंह सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण मौजुद रहे।
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