हर्षोल्लास के साथ दीपों का पर्व दीपावली संपन्न हो गया। वहीं दीपावली की निशा रात को मां काली की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना शुरू की गई। लोगों ने आपसी द्वेष को भुलाकर एक दूसरे के घर पहुंच कर दीपावली की शुभकामनाएं दी और खूब मिठाइयों का आनंद लिया। लोग अपने घरों की छतों पर चढ़कर दीपकों की झिलमिलाती रोशनी का खूब मजा लिया। बच्चे रूक-रूक कर आतिशबाजी करते रहे। घर की महिलाएं सजधज कर लक्ष्मी गणेश की विधिवत पूजा-अर्चना की। वहीं परंपरा के अनुसार शाम को हर घरों के पुरुषों द्वारा हुक्कापाती खेलने की रस्म अदा की गई। दीपावली की निशा रात को मंदिरों में मां काली की प्रतिमा स्थापित कर विधिवत पूजा अर्चना की गई। प्रखंड मुख्यालय समेत पोठिया बाजार, घियांगांव, बेपार काली मंदिर, तैयबपुर बाजार, धोबीडंगा गांव सहित कई गांवों में प्रतिमा स्थापित कर माता की पूजा अर्चना की गई।
सारस न्यूज टीम, पोठिया।
हर्षोल्लास के साथ दीपों का पर्व दीपावली संपन्न हो गया। वहीं दीपावली की निशा रात को मां काली की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना शुरू की गई। लोगों ने आपसी द्वेष को भुलाकर एक दूसरे के घर पहुंच कर दीपावली की शुभकामनाएं दी और खूब मिठाइयों का आनंद लिया। लोग अपने घरों की छतों पर चढ़कर दीपकों की झिलमिलाती रोशनी का खूब मजा लिया। बच्चे रूक-रूक कर आतिशबाजी करते रहे। घर की महिलाएं सजधज कर लक्ष्मी गणेश की विधिवत पूजा-अर्चना की। वहीं परंपरा के अनुसार शाम को हर घरों के पुरुषों द्वारा हुक्कापाती खेलने की रस्म अदा की गई। दीपावली की निशा रात को मंदिरों में मां काली की प्रतिमा स्थापित कर विधिवत पूजा अर्चना की गई। प्रखंड मुख्यालय समेत पोठिया बाजार, घियांगांव, बेपार काली मंदिर, तैयबपुर बाजार, धोबीडंगा गांव सहित कई गांवों में प्रतिमा स्थापित कर माता की पूजा अर्चना की गई।
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