गुरुवार को नगर के स्टेट बैंक की शाखा के समीप स्थित मनोज सिंह के घर पर बैंक ऑफ बड़ौदा व पुलिस-प्रशासन अधिकारियों ने ऋण वसूली के लिए दखल-दिहानी अभियान चलाया। जिसके कारण उक्त स्थल के समीप सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। बैंक ऑफ बड़ौदा के अधिकृत चंदन कुमार व ठाकुरगंज शाखा प्रबंधक विनोद कुमार व दंडाधिकारी सह सीओ ओमप्रकाश भगत, इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष मोहन कुमार के नेतृत्व मनोज सिंह के मोरगेज में दिए गए दो डिसिमल से अधिक जमीन पर स्थित दुकान व मकान पर कार्रवाई की। कार्रवाई में कोई बाधा न पड़े इसके लिए पूरा क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील थी। ऋणकर्ता द्वारा ऋण देने की सहमति के बाद ऋण अदायगी नहीं करने पर अधिकारियों की उपस्थिति में सील किया गया। लोगों व वाहनों के आवागमन करने में मुश्किलों का सामना न करना पड़े । इसकी अधिकारियों द्वारा व्यवस्था की गई थी।
क्या था मामला अधिकृत सह चीफ मैनेजर गुलाबबाग ने बताया कि वर्ष 2018 के जनवरी माह में मनोज सिंह द्वारा बिजनेस ऋण 15 लाख की राशि की ली गई थी। ब्याज समेत राशि बढ़कर 20 लाख से अधिक हो गई थी। जिसकी रिकवरी के लिए बैंक के अधिकारियों द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा था। सरफेसी एक्ट के तहत बैंक द्वारा ऋणकर्ता को नोटिस भेजने के बाद भी बात नहीं बनी थी। बैंक का उक्त स्थल पर सीम्बोलिक पोजीशन पूर्व में ही बन चुका था। जिसकी वास्तुस्थिति से जिलाधिकारी को अवगत कराया गया। जिसके बाद उनके निर्देशानुसार मंगलवार को कार्रवाई की गई। सील की जमीन की नीलामी प्रक्रिया एक माह के अंदर आरंभ की जाएगी।
सारस न्यूज टीम, ठाकुरगंज।
गुरुवार को नगर के स्टेट बैंक की शाखा के समीप स्थित मनोज सिंह के घर पर बैंक ऑफ बड़ौदा व पुलिस-प्रशासन अधिकारियों ने ऋण वसूली के लिए दखल-दिहानी अभियान चलाया। जिसके कारण उक्त स्थल के समीप सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। बैंक ऑफ बड़ौदा के अधिकृत चंदन कुमार व ठाकुरगंज शाखा प्रबंधक विनोद कुमार व दंडाधिकारी सह सीओ ओमप्रकाश भगत, इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष मोहन कुमार के नेतृत्व मनोज सिंह के मोरगेज में दिए गए दो डिसिमल से अधिक जमीन पर स्थित दुकान व मकान पर कार्रवाई की। कार्रवाई में कोई बाधा न पड़े इसके लिए पूरा क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील थी। ऋणकर्ता द्वारा ऋण देने की सहमति के बाद ऋण अदायगी नहीं करने पर अधिकारियों की उपस्थिति में सील किया गया। लोगों व वाहनों के आवागमन करने में मुश्किलों का सामना न करना पड़े । इसकी अधिकारियों द्वारा व्यवस्था की गई थी।
क्या था मामला अधिकृत सह चीफ मैनेजर गुलाबबाग ने बताया कि वर्ष 2018 के जनवरी माह में मनोज सिंह द्वारा बिजनेस ऋण 15 लाख की राशि की ली गई थी। ब्याज समेत राशि बढ़कर 20 लाख से अधिक हो गई थी। जिसकी रिकवरी के लिए बैंक के अधिकारियों द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा था। सरफेसी एक्ट के तहत बैंक द्वारा ऋणकर्ता को नोटिस भेजने के बाद भी बात नहीं बनी थी। बैंक का उक्त स्थल पर सीम्बोलिक पोजीशन पूर्व में ही बन चुका था। जिसकी वास्तुस्थिति से जिलाधिकारी को अवगत कराया गया। जिसके बाद उनके निर्देशानुसार मंगलवार को कार्रवाई की गई। सील की जमीन की नीलामी प्रक्रिया एक माह के अंदर आरंभ की जाएगी।
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