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ठाकुरगंज में मुंबई निवासी के साथ हुई साइबर ठगी, लिंक पर क्लिक करते ही खाली हो गया खाता, कंपनी का जाली वेबसाइट तैयार कर लगाई चपत।

सारस न्यूज, किशनगंज।

इंटरनेट से एक कुरियर कंपनी का नंबर लेकर फोन करना युवक को महंगा पड़ गया। जालसाजों ने युवक को अपने झांसे में लेकर एक लाख रुपये की ठगी कर ली। मुंबई निवासी पीड़ित युवक के ठाकुरगंज में रहने के दौरान घटित इस मामले में हालांकि ठाकुरगंज थाना ने कार्रवाई से इनकार कर दिया जिस के बाद पीड़ित ने इस मामले की शिकायत ऑनलाइन दर्ज करवाई है। इस संबंध में पीड़ित मुंबई निवासी सूरज गणेश प्रसाद चौधरी ने बताया कि उन्हें ब्लू डार्ट कूरियर कम्पनी से कुछ सामान मुंबई भेजना था। ठाकुरगंज में उसकी शाखा नहीं होने पर उसने नजदीकी शाखा के लिए ब्लू डार्ट कंपनी की वेबसाइट पर नजदीकी ब्रांच सर्च की तो इस कंपनी की वेबसाइट पर दिए गए मोबाईल नंबर पर सम्पर्क किया। तब आशीष आनंद नामक आदमी ने मेरे ठाकुरगंज में मौजूद घर से सामान लेने की बात कही और एक लिंक मेरे मोबाईल पर भेजा। आशीष आनंद नामक व्यक्ति के द्वारा अपने व्हाट्सएप्प नम्बर 9827690920 के मार्फत एक लिंक मुझे भेजा गया और मुझे इस लिंक के जरिये पांच रुपये भेजने को कहा गया जिसके बाद उक्त लिंक पर मेरे द्वारा क्लिक करने पर फ़ास्ट डीलेवरी का कूरियर ऑनलाइन कस्टमर सर्विस का पेज खुला जिसपर मुझे भेजे गये ओटीपी को डलवाकर वेरीफाई करवाया गया जिससे मेरे एसबीआई, माहुल चेंबूर शाखा के खाते से 5 रूपये नाकु सिंह के खाते में कटा। इस क्रम में मुझसे मेरा नाम, जन्म तिथि, यूपीआई पिन लिया गया।

दिनांक 07 दिसम्बर 2022 के अपराह्न में 03:44 बजे तथा 03:45 बजे क्रमशः 95000 रूपये तथा 3999 रूपये किसी गोकुल सिंह भील के बैंक खाता (खाता संख्या 7147367614), कोटक महिन्द्रा बैंक, शाखा- पिपरोड़ा खुर्द, जिला- गुना, मध्यप्रदेश में स्वतः ट्रांसफर हो गया जिससे मैं ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गया। इस घटना के बाद गुरुवार को पीड़ित द्वारा नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करवाई गई है। जिसके बाद नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल ने सन्देश भेज कर मुझे उक्त मामले को स्थानीय थाना के समक्ष रखने का आवेदन देने को कहा गया। पर पीड़ित आवेदन लेकर ठाकुरगंज थाना गया वहा सम्बन्धित बैंक मुंबई का होने और उक्त पीड़ित के भी मुंबई निवासी होने के कारण आवेदन को मुंबई में दर्ज करवाने को कहा गया। जिसके बाद पीड़ित ने अपनी शिकायत पीजी पोर्टल पर दर्ज करवाने की बात कही है।

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