सारस न्यूज, किशनगंज।
विश्व प्राथमिक चिकित्सा दिवस के अवसर पर इम्मनुएल हॉस्पिटल एसोसिएशन के द्वारा सुबा बाई कन्या मध्य विद्यालय ठाकुरगंज में जागरूकता और प्रेरक सप्ताह का शुभारंभ किया गया। इस दौरान स्कूली बच्चों एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं को सड़क दुर्घटनाओं में लोगों के जोखिम को कम करने व घायलों की जान बचाने के लिए जागरूक करते हुए प्रेरित किया गया ताकि लोगों को चोटों के कारण होने वाली मौतों की संख्या को कम करने के लिए प्राथमिक चिकित्सा सीखने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।
इस दौरान संस्था के आपदा समन्वयक सुभाष दास ने बताया कि सुबाबाई कन्या मध्य विद्यालय ठाकुरगंज से प्राथमिक उपचार पर एक सप्ताह का जागरूकता कार्यक्रम शुरू किया गया है। प्रखंड सहित नगर के विभिन्न क्षेत्र में आगामी एक सप्ताह 17 सितंबर तक लोगों को सड़क दुर्घटना में घायलों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाने, पुलिस व स्वजनों को सूचना देने, इलाज व घटना के तफ्तीश में आवश्यक सहयोग करने आदि बातों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि उक्त साप्ताहिक कार्यक्रम का समापन ठाकुरगंज नगर स्थित बस पड़ाव में टैक्सी व ऑटो चालकों को प्रशिक्षण देने के साथ होगा।

इम्मनुएल हॉस्पिटल एसोसिएशन की आपदा प्रबंधन इकाई के मास्टर ट्रेनर ज्योति बानिक और लुकास सोरेन ने कहा कि एक अनुमान के मुताबिक दुनिया भर में हर साल करीब 1.25 लाख लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं जिन्हें समय पर प्राथमिक उपचार देकर कम किया जा सकता है। हम सभी सड़क उपयोगकर्ता हैं। चाहे हम पैदल यात्री हों, ड्राइवर हों या यात्री हों। सड़क दुर्घटनाओं के जोखिम को पूरी तरह से समाप्त नहीं किया जा सकता है लेकिन यातायात नियमों और प्राथमिक चिकित्सा का ज्ञान उन्हें कम करने और लोगों को जीवित रहने का बेहतर मौका देने का एक तरीका है। चोट के कारण होने वाली अप्रत्याशित मृत्यु को कम करने का सबसे अच्छा तरीका प्राथमिक चिकित्सा सीखना है ताकि कुशल लोगों द्वारा जल्द से जल्द आवश्यक कार्य किया जा सके।
कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय की प्रधानाध्यापिका संध्या कुमारी, सहायक शिक्षक शंभु कुमार रजक व राम प्रवेश पासवान, शिक्षिका में अनिमा रानी दास, कुमारी हेमलता, काजरी मुखर्जी, चन्दा कुमारी, ईमा कर्मकार, ईशरत जहां, रेखा कुमारी, अफरूजा जहां, शमीमा बेगम आदि के अलावा संस्था की मधुमिता सोम, सरवत जहां, महिनूर बेगम, मो. साजिद आलम आदि ने अपने जिम्मेदारियों का निर्वहन किया।